Turkiye Earthquake: तुर्किए (तुर्की) और सीरिया में भूकंप से आई तबाही में 11 हजार से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. इस बीच केंद्र सरकार ने कहा है कि तुर्किए के दूरगामी इलाके में 10 भारतीय भी फंसे हैं और सुरक्षित हैं. वहीं एक लापता हैं. इस संबंध में परिवार को जानकारी दी गई है.


बुधवार (8 फरवरी) को विदेश मंत्रालय ने के सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा ने बताया कि हमने पूरे मामले को लेकर तुर्किए के अदाना में कंट्रोल रूम बना दिया है. उन्होंने कहा कि जो एक भारतीय लापता हैं वो बिजनेस मीटिंग के लिए गए हुए थे. हम उनके परिवार और कंपनी के संपर्क में है. 


'सबसे बड़ी आपदा'
संजय वर्मा ने बताया कि 1939 के बाद से तुर्किए में आई यह सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदा है. हमें सहायता के लिए तुर्किए की ओर से एक ईमेल प्राप्त हुआ और बैठक के 12 घंटे के बाद दिल्ली से तुर्किए के लिए पहली SAR उड़ानें रवाना हो गई है. इसके बाद बाद 4 ऐसी उड़ानें भेजी गई जिनमें से 2 एनडीआरएफ की टीमों को ले जा रही थीं और 2 में मेडिकल टीमें थीं. चिकित्सा आपूर्ति और उपकरण ले जाने वाला एक विमान सीरिया भी भेजा गया. 


मुश्किल क्यों हो रही है?
सीरिया और तुर्की में सोमवार ( छह फरवरी) आए 7.8 तीव्रता और उसके बाद उसके बाद 7.5 तीव्रता के झटकों से तबाही मची हुई है. इसको लेकर बचाव का काम चल रहा है लेकिन बर्फबारी के कारण काफी मुश्किलें हो रही है. भारत में तुर्की के राजदूत ने मंगलवार (7 फरवरी) को बताया था कि दक्षिण-पूर्वी तुर्की में 14 मिलियन से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं, यह एक बड़ी आपदा है. 21,103 लोग घायल हुए हैं, लगभग 6000 इमारतें ढह गईं, 3 हवाई अड्डे क्षतिग्रस्त हुए हैं. 


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