फिटनेस चैलेंज का देते हैं जवाब लेकिन तूतीकोरिन हिंसा पर चुप हैं पीएम मोदी: कांग्रेस
कांग्रेस ने पूछा कि प्रधानमंत्री बताएं कि क्या मुख्यमंत्री पलानीस्वामी को पद से नहीं हटाना चाहिए? क्या प्रधानमंत्री को लगता है कि मुख्यमंत्री अपने पद पर बने रहने के लिए 'फिट' हैं?
नई दिल्ली: तमिलनाडु में तूतीकोरिन की घटना को लेकर कांग्रेस ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा. कांग्रेस ने कहा कि इस घटना ने देश पर धब्बा लगाया है. प्रदूषण के खिलाफ आवाज उठाने वालों को मौत के घाट उतारा गया है. कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि केंद्र सरकार, राज्य सरकार और कंपनी की मिलीभगत और पुलिस की बर्बरता का उदाहरण है. उन्होंने मांग की कि सरकार लोगों से माफी मांगे और साथ ही पीएम मोदी से 11 सवाल भी पूछे हैं.
प्रधानमंत्री से कांग्रेस के 11 सवाल
- प्रधानमंत्री अब तक चुप्पी क्यों साधे बैठे हैं?
- प्रधानमंत्री ट्विटर और मुखर रहते हैं, फिटनेस पर जवाब देते हैं लेकिन किसान, महिला सुरक्षा पर चुप रहते हैं उसी तरह इस मुद्दे पर भी चुप हैं.
- नियम को क्यों बदला गया. 2013 में यूपीए ने कानून बदला था कि जनता से बातचीत सरकार की अनुमति में निहित है. एनडीए ने दिसम्बर 2014 में कानून बदला. जिससे लोगों से बातचीत को हटा दिया गया. ये नहीं बताया गया कि नियम क्यों बदले गए?
- तबादले हुए हैं लेकिन किसी को भी निलंबित क्यों नहीं किया गया?
- न्यायिक जांच का एलान तो हुआ है लेकिन समय सीमा नहीं बताई गई है. क्यों?
- महाराष्ट्र ने इस प्रोजेक्ट को हटा दिया फिर इसे तमिलनाडु लाया गया. किसने अनुमति दी?
- प्रोजेक्ट को मन्नार की खाड़ी से 25 किलोमीटर दूर होना चाहिए था. लेकिन इसका उल्लंघन हुआ . कैसे?
- मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने अब तक मौके का दौरा क्यों नहीं किया?
- प्रधानमंत्री बताएं कि क्या मुख्यमंत्री को पद से नहीं हटाना चाहिए? क्या प्रधानमंत्री को लगता है कि मुख्यमंत्री अपने पद पर बने रहने के लिए 'फिट' हैं?
- किसी विकल्प का प्रयोग क्यों नहीं किया गया? फायरिंग का आदेश किसने दिया और क्यों?
- 100 दिनों से आंदोलन चल रहा था. घटना वाले दिन 22 मई को उग्र आंदोलन की पूर्व चेतावनी थी. फिर प्रशासन की पहले से तैयारी क्यों नहीं थी. फिर ये क्यों होने दिया गया?
कांग्रेस ने कहा कि हम सब इन प्रश्नों का तथ्यों के आधार ओर ठोस उत्तर चाहते हैं. तमिलनाडु सरकार ने हर प्रकार से शासन करने का हक गंवा दिया है. उसने जीवन का हक छीन लिया है. वहीं प्रियंका गांधी पर से जुड़े सवाल पर कांग्रेस ने कहा वे पार्टी में जो भूमिका वो खुद के लिए चुनती हैं, उसे परफेक्शन के साथ करती हैं. अपनी भूमिका वो खुद चुनेंगी. इस ओर कोई भी अटकले लगाना सही नहीं है.