Twitter India Layoffs: ट्विटर ने वैश्विक स्तर पर कार्यबल में कमी करने की योजना के तहत शुक्रवार (4 नवंबर) को भारत में भी अपने ज्यादातर कर्मचारियों को निकाल दिया है. इस छंटनी से पहले भारत में कंपनी के 200 से अधिक कर्मचारी काम रहे थे. दुनिया के सबसे धनी कारोबारी एलन मस्क (Elon Musk) ने पिछले हफ्ते ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल के साथ ही मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) और कुछ अन्य शीर्ष अधिकारियों को निकाल दिया था.


एलन मस्क ने 44 अरब डॉलर में ट्विटर का अधिग्रहण करने के तुरंत बाद ऐसा किया. इस बीच, शीर्ष प्रबंधन के कई लोगों ने इस्तीफा दे दिया. मस्क ने अब कंपनी के वैश्विक कार्यबल को कम करने के लिए बड़े पैमाने पर छंटनी शुरू की है. सूत्रों ने कहा कि इंजीनियरिंग, बिक्री तथा विपणन और संचार टीमों में छंटनी की गई है. हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि भारत में नौकरी से निकाले गए कर्मचारियों को क्षतिपूर्ति के तौर पर कितना भुगतान किया गया है.


ईमेल से निकालने के बारे में बताया


सूत्रों ने कहा कि भारत में पूरे विपणन और संचार विभाग को बर्खास्त कर दिया गया है. ट्विटर इंडिया के एक कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘छंटनी शुरू हो गई है. मेरे कुछ सहयोगियों को इस बारे में ईमेल से सूचना मिली है.’’ एक अन्य सूत्र ने कहा कि छंटनी ने भारतीय टीम के ‘महत्वपूर्ण हिस्से’ को प्रभावित किया है. हालांकि, अभी छंटनी का पूरा ब्योरा नहीं मिला है. ट्विटर इंडिया ने अभी तक इस पर कोई बयान जारी नहीं किया है. 


कितनों लोगों की छंटनी करेगी कंपनी?


कंपनी ने कर्मचारियों को यह बताने के बाद शुक्रवार को दुनिया भर में अपने कार्यालयों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया कि उन्हें बाद में ईमेल से छंटनी के बारे में सूचित किया जाएगा. मस्क के ट्विटर के अधिग्रहण से पहले ही इस तरह की चर्चा थी कि वह सोशल मीडिया कंपनी में कर्मचारियों की संख्या में कटौती करेंगे. कुछ खबरों में तो यहां तक कहा गया है कि वह कर्मचारियों की संख्या में 75 प्रतिशत तक कमी करेंगे. 


अमेरिका में कंपनी पर केस


इसी बीच अमेरिका में कई बर्खास्त ट्विटर कर्मचारियों ने कंपनी के खिलाफ केस किया है. सैन फ्रांसिस्को में यूएस डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में दायर किए गए मुकदमे में आरोप लगाया गया है कि ट्विटर 60 दिन का नोटिस दिए बिना बड़े पैमाने पर छंटनी करने में लगा हुआ है. 


इससे पहले मस्क ने कहा था कि ट्विटर (Twitter) पर सत्यापन के बाद जारी किए जाने वाले बैज ‘ब्लू टिक’ के लिए उपयोगकर्ताओं को हर महीने आठ डॉलर देने होंगे. हालांकि, इस निर्णय की कई उपयोगकर्ताओं ने आलोचना की है और नाराजगी जताई है. एलन मस्क (Elon Musk) ने लंबे विवाद के बाद 27 अक्टूबर को 44 अरब डॉलर में ट्विटर का अधिग्रहण पूरा किया था. 


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