नई दिल्ली: पेपर लीक की खबरों के बीच सीबीएसई द्वारा 12 वीं कक्षा के अर्थशास्त्र एवं दसवीं कक्षा के गणित पेपर की दोबारा परीक्षा की घोषणा के बाद लोगों ने ट्विटर के जरिये अपनी झल्लाहट और गुस्से का इजहार किया. दिल्ली कांग्रेस के प्रमुख अजय माकन ने ट्वीट कर कहा कि हालिया घटनाक्रम से उनके बेटे सहित लाखों छात्रों को निराशा हुई है.


उन्होंने ट्वीट किया, ''मेरे बेटे ओजस्वी ने आज आयोजित सीबीएसई की कक्षा दस के गणित के पेपर के लिए वास्तव में काफी पढ़ाई की थी. परीक्षा खत्म होने की उसकी खुशी ज्यादा देर नहीं ठहर सकी. गणित का पर्चा लीक होने से वह काफी निराश है और यह #लीकिंग सरकार फिर से परीक्षा कराएगी. मुझे उसके और लाखों अन्य छात्रों के लिए बुरा लग रहा है.''





वकील और सामाजिक कार्यकर्ता प्रशांत भूषण ने सवाल किया कि क्या भारत में कोई परीक्षा या नियुक्ति प्रक्रिया ‘घोटाले से मुक्त’ है.


उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘#व्यापमं, एम्स, #एसएससी और अब #सीबीएसई परीक्षा व्हाट्सएप्प के जरिये लीक हो रहा है. भारत में क्या कोई परीक्षा या चयन सुरक्षित और घोटाला रहित रह गया है? हमारे प्रधानमंत्री के एप्प के हमारी निजी जानकारी अमेरिकी कंपनी से साझा किये जाने के बावजूद सरकार हमसे कह रही है कि आधार डेटा मजबूत वॉल के जरिये सुरक्षित हैं! अतुलनीय!’’





कक्षा दस के छात्र प्रणव वीजू ने कहा कि वह लीक से जुड़ी खबरों को पढ़कर ‘हैरान’ हैं. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘आज मैं सीबीएसई की कक्षा दस के गणित का पेपर खत्म कर खुशी के साथ घर लौटा लेकिन पेपर लीक की खबर सुनकर हैरान रह गया और अब हमें फिर से अपने पेपर लिखने होंगे. मुझे बिल्कुल समझ नहीं आ रहा है कि हमारे अधिकारी क्या कर रहे हैं.’’


छात्र कार्यकर्ता शेहला राशिद ने छात्रों के प्रति एकजुटता जाहिर की है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर निशाना साधते कहा कि इसका नाम बदलकर ‘पेपर लीक सरकार’ कर देना चाहिए.


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