चंडीगढ़: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को समर्पित मालवहन गलियारा (डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर) को देश के तेजी से विकास का गलिायरा करार दिया और उसके एक खंड का उद्घाटन करते हुए कहा कि इसके साथ ही देश के बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने के महायज्ञ ने आज एक नई गति प्राप्त की है. प्रधानमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से पश्चिमी समर्पित मालवहन गलियारा (वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर) के 306 किलोमीटर लंबे रेवाड़ी-मदार खंड को राष्ट्र को समर्पित किया और कहा कि यह भारत के लिए ‘गेम चेंजर’ परियोजना साबित होगी.
पीएम मोदी द्वारा उद्घाटन के बाद एक ट्विटर यूजर ने मालगाड़ी का वीडियो ट्वीट करते हुए माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर पूछा कि इस मालगाड़ी में कितने कंटेनर हैं. यूजर ने लोगों से गिनती कर जवाब देने को कहा. अब पीएम मोदी ने भी उस यूजर के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए पूछा है- कोई जवाब.
बता दें कि पीएम मोदी ने आज हरियाणा के न्यू अटेली से राजस्थान के न्यू किशनगढ़ के बीच ‘विश्व के पहले’ डबल स्टैक लांग हॉल कंटेनर ट्रेन आपरेशंस (1.5 किलोमीटर लंबी कंटेनर ट्रेन) को हरी झंडी दिखाकर रवाना भी किया. प्रधानमंत्री ने कुछ दिनों पूर्व ही पूर्वी समर्पित मालवहन गलियारा (ईस्टर्न डेडीकेटेड प्रेट कॉरिडोर) के न्यू भाऊपुर-न्यू खुर्जा खंड को भी राष्ट्र को समर्पित किया था.
पिछले साल 25 दिसंबर को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत अगली किस्त के रूप में 18,000 करोड़ रुपये किसानों के खाते में हस्तांतरित करने से लेकर दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन पर चालकरहित रेल संचालन का उद्घाटन और कोच्चि-मंगलुरू प्राकृतिक गैस पाइपलाइन को राष्ट्र को समर्पित करने सहित अब तक किए गए विकास की विभिन्न परियोजनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘देश के बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाने के महायज्ञ ने आज एक नई गति प्राप्त की है। जब नए साल में देश का आगाज अच्छा है तो आने वाले समय और भी शानदार जानदार होना तय है.’’उन्होंने कहा कि इतने लोकार्पण इतने शिलान्यास इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत ने यह सब कोरोना के संकट भरे कालखंड में किया.
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘कुछ ही दिन पहले भारत ने कोरोना की दो मेड इन इंडिया वैक्सीन भी स्वीकृत की है. भारत की अपनी वैक्सीन ने देशवासियों में नया आत्मविश्वास पैदा किया है. 2021 की शुरुआत में भारत की आत्मनिर्भरता के लिए यह गति देखकर किस हिंदुस्तानी का माथा गर्व से ऊंचा नहीं होगा. आज हर भारतीय का आह्वान है कि न हम रुकेंगे, न हम थकेंगे. हम सब और तेजी से आगे बढ़ेंगे.’’
प्रधानमंत्री ने इस अवसर को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, हरियाणा और राजस्थान के किसानों, उद्यमियों, व्यापारियों के लिए नए अवसर उपलब्ध कराने वाला बताया और कहा कि ‘डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर’ चाहे पूर्वी हो या पश्चिमी, सिर्फ मालगाड़ियों के लिए आधुनिक रुट नहीं हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ये देश के तेज विकास के कॉरिडोर हैं.’’
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इस विशेष मालवाहक गलियारे को भारत के लिए परिवर्तनकारी परियोजना के रूप में देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि पिछले पांच-छह वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद यह उपलब्धि प्राप्त हुई है. पूर्वी कॉरिडोर के न्यू भाऊपुर-न्यू खुर्जा खंड का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि अब वहां मालगाड़ियों की गति 90 किलोमीटर प्रति घंटे दर्ज की गई है. उन्होंने कहा, ‘‘जिस रास्ते में मालगाड़ियों की औसत गति 25 किलोमीटर प्रति घंटे रही वहां अब तीन गुणा से ज्यादा तेज मालगाड़ी चलने लगी है. भारत को पहले के मुकाबले विकास की यही गति चाहिए और देश की ऐसी ही प्रगति चाहिए.’’ उन्होंने कहा कि पश्चिमी कॉरीडोर के आरंभ हो जाने से हरियाणा और राजस्थान में खेती और इससे जुड़े व्यापार आसान होंगे और साथ ही महेंद्रगढ़, जयपुर, अजमेर, सीकर जैसे जिलों में उद्योगों को नई उर्जा भी मिलेगी. उन्होंने कहा कि इससे इन राज्यों की निर्माण इकाईयों और उद्यमियों के लिए काफी कम लागत पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों तक तेजी से पहुंचने का मार्ग खुल गया है
पीएम मोदी ने कहा, ‘‘गुजरात और महाराष्ट्र के बंदरगाहों तक तेज और सस्ती कनेक्टिविटी मिलने से इस क्षेत्र में निवेश की नई संभावनाओं को बल मिलेगा.’’ प्रधानमंत्री ने रेल पटरियों का उद्धरण देते हुए कहा कि आज भारत में बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए दो ट्रैक पर कार्य किये जा रहे हैं. एक क्षेत्र विशेष के स्तर पर और दूसरा देश के विकास इंजन के स्तर पर. क्षेत्र विशेष के स्तर पर, प्रधानमंत्री ने आवास, स्वच्छता, बिजली, एलपीजी, सड़क और इंटरनेट कनेक्टिविटी में सुधारों का जिक्र किया.