नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना से जंग के लिए स्वास्थ्य कर्मियों के लिए आवश्यक PPE किट, टेस्टिंग किट और वेंटिलेटर को लेकर दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार में तनाव की खबरों के बीच आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर के बीच ट्विटर पर भी जंग देखने को मिली.
दरअसल पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने अपनी सांसद निधि से दिल्ली सरकार को 50 लाख रूपए और देने के लिए पत्र लिखा. इससे पहले गौतम गंभीर अपनी सांसद निधि से 50 लाख रुपए दिल्ली सरकार को दे चुके हैं. यानि अब तक कुल 1 करोड़ रुपए की राशि गंभीर ने दिल्ली सरकार को दी है.
इसी पत्र को ट्वीट करते हुए गौतम गंभीर ने ट्विटर और लिखा कि, "अरविंद केजरीवाल और उनके डिप्टी सीएम कहते हैं कि फंड की जरूरत है लेकिन अपने अहंकार के चलते उन्होंने मेरी सांसद निधि से पहले 50 लाख रुपए नहीं लिए. मैं 50 लाख रूपए और देता हूं ताकि किसी मासूम को कष्ट ना हो. मुझे उम्मीद है कि एक करोड़ रुपए से PPE किट और मास्क की तत्काल जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा."
इस ट्वीट के जवाब में अरविंद केजरीवाल ने गौतम गंभीर को ट्विटर पर लिखा है, "आपके प्रस्ताव के लिए धन्यवाद. समस्या पैसे की नहीं बल्कि PPE किट की उपलब्धता की है. अगर आप कहीं से वो हमें फौरन दिला सकें तो हम आपके आभारी रहेंगे. दिल्ली सरकार उन्हें खरीद लेगी."
गौरतलब है कि 3 अप्रैल को दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार से एक लाख PPE किट, 50 हजार कोविड-19 टेस्टिंग किट और 200 वेंटिलेटर की मांग की थी. साथ ही दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखकर दिल्ली के लिए भी आपदा फंड की मांग की थी.
मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर लिखा था कि केंद्र ने राज्यों को कोरोना से लड़ने के लिए, आपदा फंड से 17 हज़ार करोड़ जारी किए लेकिन दिल्ली को इसमें एक रुपया भी नहीं दिया. इस समय पूरे देश को एक होकर लड़ना चाहिए. इस तरह का भेदभाव दुर्भाग्यपूर्ण है.
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