नई दिल्ली: हैदराबाद में महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के चारों आरोपियों के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने के बाद कवि और आम आदमी पार्टी के नेता रहे कुमार विश्वास ने पुलिस के एक्शन पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि आरोपियों के पुलिस एनकाउंटर में मारे जाने से आम लोग खुश हैं, लेकिन ये भारतीय जनतंत्र के कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं. हालांकि, मौटे तौर पर हर तरफ से पुलिस एक्शन की तारीफ की जा रही है.


कुमार विश्वास ने पुलिस एक्शन पर सवाल खड़े करते हुए कहा, "हैदराबाद एनकाउंटर पर देश के सामान्य नागरिकों में प्रसन्नता है. मगर साथ ही न्यायिक व्यवस्था और राजनैतिक संकल्प शक्ति के प्रति गहरे अविश्वास की दुखद सूचना भी है. कुमार विश्वास यहीं नहीं रुके, बल्कि उन्होंने आगे कहा, "जनतंत्र के रूप में हम सब को इस व्यवस्था के आमूल-चूल कायाकल्प के विषय में सोचना ही होगा."


आपको बता दें कि पुलिस की त्वरित न्याय की कार्रवाई से देश के ज्यादातर लोगों ने खुशी जताई है. आम लोग हैदराबाद में ढोल, नगाड़ों और फूल बरसाकर पुलिस की कार्रवाई को शाबाशी दे रहे हैं. आम जन से लेकर राजनेता तक पुलिस की कार्रवाई की प्रशंसा कर रहे हैं.





ट्वीट ने किया आग में घी का काम


कुमार विश्वास का ट्वीट करना था कि उनको सोशल मीडिया पर करारा जवाब मिलने लगा. लोग देश में महिलाओं के प्रति बढ़ती हिंसा से पहले ही गुस्से में थे. अपराधियों को सजा दिलाने की नई नई तरकीब बताई जा रही थी. इसी बीच कुमार विश्वास के ट्वीट ने आग में घी काम किया. उनके ट्वीट का जवाब देते हुए एक यूजर ने मानवाधिकार और कानून की बात करनेवालों से सवाल पूछा है कि अबतक कितने दरिंदों को सजा हुई. तो वहीं किसी ने शायराना अंदाज में जवाब दिया, "मौत पर जश्न की रवायत तो नहीं है, मगर जानें क्यूं सुन के बड़ा सकून मिला है."





एक अन्य ट्वीटर यूजर ने कहा कि निर्भया केस में अभी तक इंसाफ नहीं मिला. उन्होंने एक बार निर्भया के पिता से मिलकर अदालती कार्यवाही जानने का अनुरोध किया.