(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
नासिक मिलिट्री कैंप में धमाका, दो अग्निवीरों की मौत, विस्फोटक लोड करते समय हुआ ब्लास्ट
Nashik Military Camp Explosion: नासिर मिलिट्री कैंप में विस्फोट होने से दो अग्निवीरों की मौत हो गई. ये ब्लास्ट विस्फोटक लोड करते समय हुआ.
Nashik Artillery Center: नासिक आर्टिलरी सेंटर में एक दुखद घटना में नियमित प्रशिक्षण सत्र के दौरान हुए विस्फोट में दो अग्निवीरों की जान चली गई. यह दुर्घटना लाइव-फायर आर्टिलरी अभ्यास के दौरान हुई.
यह विस्फोट उस समय हुआ जब सैनिक तोपखाने से फायरिंग का अभ्यास कर रहे थे, जिसमें दोनों अग्निवीर गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें बचाने का भरपूर प्रयास किया गया लेकिन चोटें इतनी गंभीर थीं कि इन लोगों ने दम तोड़ दिया. इस घटना से पूरे तोपखाने केंद्र में शोक की लहर दौड़ गई और अधिकारियों ने विस्फोट के सटीक कारण का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है.
ट्रेनिंग के दौरान हुआ विस्फोट
फायर फाइटर्स को नासिक के आर्टिलरी सेंटर में ट्रेनिंग दी जाती है. कल दोपहर अग्निशमन कर्मी आर्टिलरी सेंटर में अभ्यास कर रहे थे. इसी ट्रेनिंग के दौरान फायरिंग करते समय अचानक विस्फोट हो गया. इससे तोपखाना केंद्र में हड़कंप मच गया.
नाशिकच्या आर्टिलरी सेंटरमध्ये प्रशिक्षण सुरु असताना स्फोट झाल्याने दोन अग्निवीरांचा मृत्यू झाला. ही घटना अतिशय दुःखद आहे. या दोन्ही जवानांना भावपूर्ण श्रद्धांजली. दोन्ही जवानांच्या कुटुंबियांच्या दुःखात आम्ही सर्वजण सहभागी आहोत. संरक्षण मंत्रालयाने या दोन्ही जवानांना शहीदाचा… https://t.co/sQFQbIDQFO
— Supriya Sule (@supriya_sule) October 11, 2024
अग्निवीरों की मौत पर सुप्रिया सुले ने जताया दुख
एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस घटना के बारे में दुख जताते हुए कहा, "नासिक के एक तोपखाने केंद्र में प्रशिक्षण के दौरान हुए विस्फोट में दो अग्निवीरों की मौत हो गई. ये घटना बेहद दुखद है. इन दोनों जवानों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि. हम सभी दोनों जवानों के परिवारों के दुःख में शामिल हैं. रक्षा मंत्रालय को चाहिए कि वह इन दोनों जवानों को शहीद का दर्जा दे और उनके परिवारों को इसका लाभ दे."
भारत सरकार की ओर से शुरू की गई अग्निपथ योजना सशस्त्र बलों में सेवा करने के इच्छुक युवा पुरुषों और महिलाओं को अल्पकालिक सैन्य रोजगार के अवसर प्रदान करती है. दोनों पीड़ित भर्ती के एक ग्रुप का हिस्सा थे जो हाल ही में इस पहल के तहत नासिक आर्टिलरी सेंटर में शामिल हुए थे.