नई दिल्ली: जम्मू कश्मीर के चार जिलों में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा से लगे नागरिक इलाकों और सीमा चौकियों पर पाकिस्तानी सैनिकों की फायरिंग और गोलाबारी में दो सुरक्षा बलों और दो नागरिकों की मौत हो गई, जबकि 35 अन्य घायल हो गए.
थल सेना के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी थल सेना ने शाम साढ़े छह बजे से नियंत्रण रेखा पर सुंदरबनी सेक्टर में बगैर उकसावे के छोटे हथियारों, स्वचालित हथियारों और मोर्टार से अंधाधुंध फायरिंग की. इस पर, भारतीय थलसेना ने जोरदार और प्रभावी जवाब दिया. उन्होंने बताया कि दोनों ओर से हुई गोलीबारी में लांस नाइक सैम अब्राहम गंभीर रूप से घायल हो गए और बाद में उनकी मौत हो गई. वह केरल के रहने वाले थे.
बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि इससे पहले पाकिस्तान रेंजर्स ने बगैर उकसावे के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर आरएस पुरा, अर्निया और रामगढ़ सेक्टरों में कई इलाकों में सुबह छह बज कर 40 मिनट से फायरिंग और गोलाबारी की. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सीमा के 50 किमी के दायरे में सीमा चौकियों और गांवों को निशाना बनाया.
उन्होंने बताया कि फायरिंग और गोलाबारी दोपहर में कठुआ जिला में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भी फैल गई. अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने तीन सेक्टरों में 45 सीमा चौकियों को निशाना बनाया. वहीं, बीएसएफ ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया. अंतरराष्ट्रीय सीमा पर सांबा सेक्टर पर दोनों ओर से गोलीबारी के दौरान घायल हुए बीएसएफ के हेड कांस्टेबल जगपाल सिंह की मौत हो गई. वहीं, दो अन्य जवान घायल हो गए.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों की भारी गोलाबारी के जरिए अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कठुआ, सांबा और जम्मू जिलों के अर्निया, आरएस पुरा, रामगढ़, सांबा और हीरानगर सेक्टरों में 50 से अधिक गांवों को निशाना बनाया गया. पाकिस्तानी फायरिंग और गोलाबारी में दो नागरिक मारे गए जबकि 32 नागरिक घायल हो गए.