पंजिम: गोवा का मशहूर सनबर्न फेस्टिवल विवादों में है. शुक्रवार को इस फेस्टिवल में शरीक होने हैदराबाद से आए दो युवाओं की मौत हो गई. अंदेशा जताया गया है कि ये मौतें ड्रग्स के ओवरडोज से हुई हैं. इस बात को लेकर गोवा में विपक्षी पार्टियों ने सरकार को घेरा है और इस फेस्टिवल को बंद कराने की मांग की है.
छुट्टियों के इस मौसम में गोवा का आकर्षण ना केवल वहां के खूबसूरत बीच और सीफूड रहता है बल्कि इन्हीं दिनों में यहां सनबर्न फेस्टिवल भी आयोजित किया जाता है. गोवा के उत्तरी भाग के वागाटूर बीच पर सनबर्न का आयोजन होता है और इसमें दुनिया भर से युवा शामिल होने के लिए आते हैं. ये एक इलेक्ट्रॉनिक ट्रांस डांस म्यूजिक फेस्टिवल है. पिछले 3 साल इस फेस्टिवल को पुणे में आयोजित किया गया था. इस बार फिर से इसकी गोवा में वापसी हुई लेकिन युवाओं की मौत के कारण यह फिर एक बार विवाद में पड़ गया है.
गोवा पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को दोनों युवा सनबर्न फेस्टिवल के बॉक्स ऑफिस के पास खड़े होकर फेस्टिवल के शुरू होने का इंतजार कर रहे थे .इसी बीच उनकी तबियत खराब हो गई और वे गिर पड़े. उन्हें पास के मापसा में सरकारी अस्पताल में ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस का कहना है कि मौत का कारण हार्टअटैक भी हो सकता है. लेकिन ड्रग्स के ओवरडोज की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता. इन मौतों के बाद गोवा की तमाम विपक्षी पार्टियों ने सरकार पर हमला कर दिया है और मांग की है कि इस फेस्टिवल को बंद करा दिया जाना चाहिए.
गोवा में आम आदमी पार्टी के नेता एलविस गोम्स ने कहा कि जो लोग सनबर्न के जरिए पैसे बना रहे हैं वे किसी सुपारी किलर से कम नहीं है. सरकारी मंजूरी से गोवा में पर्यटकों की हत्या हो रही है. गोवा कांग्रेस के प्रमुख गिरीश चोडनकर ने पूरे मामले की जांच की मांग की है और कहा है कि गोवा के पर्यटन मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए. बता दें कि सनबर्न फेस्टिवल की शुरुआत साल 2007 में गोवा में हुई थी. आज इसे दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा डांस फेस्टिवल माना जाता है. इसमें 52 देशों से लोग शरीक होने के लिए आते हैं. इससे पहले भी सनबर्न फेस्टिवल विवाद में रह चुका है जिसकी वजह से इसका ठिकाना गोवा से बदलकर 3 साल के लिए पुणे कर दिया गया था.