असम: माजुली जिले में एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से भारतीय वायुसेना के दो पायलट मारे गए हैं. रक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि हल्के वजन का हेलीकॉप्टर जोरहट एयरबेस से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया. हेलीकॉप्टर दोपहर में नियमित उड़ान पर निकला था. अधिकारियों ने बताया कि दो सीटों वाले विमान के मलबे का पता चल गया है और कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दे दिए गए हैं.
तेजपुर स्थित रक्षा विभाग के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षवर्द्धन पांडे ने बताया कि दुर्घटना में मारे गए दोनों पायलटों की पहचान विंग कमांडर जय पॉल जेम्स और विंग कमांडर डी. वत्स के रूप में हुई है. रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया, "भारतीय वायुसेना का माइक्रोलाइट वायरस एसडब्ल्यू-80 आज दोपहर नियमित उड़ान पर निकलने के बाद करीब बारह बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया."
अधिकारियों ने बताया कि पायलटों ने आपातकालीन लैंडिंग का प्रयास किया लेकिन जिले के उत्तरी हिस्से में विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और उसमें आग लग गई. दुर्घटना दरबार चापोरी में हुई जो ब्रह्मपुत्र का बालू वाला इलाका है और वहां मनुष्यों की आबादी नहीं है. जिले के दूसरे गांवों के लोगों ने विमान में आग लगते हुए देखा और जिले के अधिकारियों को सूचित किया.
इसके बाद जोरहट में दस विंग वायुसेना स्टेशन के वायुसेना कर्मी घटनास्थल की ओर रवाना हो गए. पुलिस और जिले के वरिष्ठ अधिकारी भी दुर्घटनास्थल की ओर रवाना हो गए हैं जहां नाव से पहुंचा जा सकता है. भारतीय वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल पर पहुंचने के बाद ही विस्तृत ब्यौरा मिल सकता है.
वायुसेना के एक अधिकारी ने बताया कि भारतीय वायुसेना ने स्लोवानिया के करीब 80 माइक्रोलाइट विमानों को तीन साल पहले खरीदा था. सामान्य तौर पर उन्हें पर्यावरणीय और चिड़ियों की निगरानी के मिशन में तैनात किया जाता है.