Jammu Kashmir: सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी, 2 आतंकियों को कुपवाड़ा में किया ढेर, कल भी मारे गए थे 4 घुसपैठिए
Infiltrators killed: जम्मू-कश्मीर में एलओसी से लगे कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों ने घुसपैठ की कोशिश को नाकाम करते हुए दो घुसपैठियों को ढेर कर दिया. मंगलवार को भी जवानों ने 4 आतंकियों को मार गिराया था.
Infiltration Bid Foiled: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में भारतीय सुरक्षाबलों ने घुसपैठ की कोशिश को एक बार फिर से नाकाम कर दिया है. सुरक्षाबलों ने दो घुसपैठियों को मार गिराया. बुधवार (19 जुलाई) को यह जानकारी अधिकारियों ने दी. घुसपैठियों के पास से 4 एके राइफल्स, 5 ग्रेनेड और जंग में इस्तेमाल होने वाली सामग्री बरामद हुई है.
इससे पहले जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में भारतीय सुरक्षाबलों ने भारी हथियारों से लैस चार आतंकियों को मंगलवार को ढेर कर दिया था. उनमें से तीन की पहचान पाकिस्तान के रहने वालों और एक की पहचान पीओके के रहने वाले के तौर पर हुई है. सेना के मुताबिक, सुरक्षाबलों के अभियान ने क्षेत्र में संभावित आतंकी हमले को नाकाम कर दिया है.
माछिल सेक्टर में ऐसे दिया गया ऑपरेशन को अंजाम
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के बयान के मुताबिक, बीएसएफ की ओर से उपलब्ध कराई गई खुफिया जानकारी के आधार पर माछिल सेक्टर में संभावित घुसपैठ की अन्य खुफिया एजेंसियों ने पुष्टि की. इसे देखते हुए भारतीय सेना, बीएसएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान की योजना बनाई और घुसपैठ के संभावित मार्गों में घात लगाए गए.
बयान में कहा गया कि 18 और 19 जुलाई की दरमियानी रात करीब 11 बजे सैनिकों को नियंत्रण रेखा पर संदिग्ध गतिविधि का पता लगाया. सर्विलांस डिवाइस से उन पर नजर रखी गई. तड़के 04:55 बजे घुसपैठियों के साथ के सुरक्षाबलों का आमना-सामना हुआ. भीषण गोलीबारी के चलते दो विदेशी (घुसपैठिए) को मार गिराए गए.
घुसपैठियों के पास से बरामद हुए ये हथियार
सुबह पुलिस के साथ एक गहन संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया गया, जिसके चलते चार एके सीरीज राइफल, एक यूबीजीएल, पांच यूबीजीएल ग्रेनेड, नौ मैगजीन, 175 एके राउंड, छह हथगोले, टैक्टिकल जैकेट और बड़ी मात्रा में युद्ध जैसी सामग्री बरामद हुई. मारे गए घुसपैठियों की पहचान का पता लगाया जा रहा है.
इससे पहले घुसपैठ करते हुए चार आतंकी किए गए थे ढेर
सुरक्षाबलों ने 16 और 17 जुलाई की दरमियानी रात में पुंछ के कृष्णा घाटी सेक्टर में नियंत्रण रेखा से घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया था. इसके एक दिन बाद चार आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया. इससे पहले दिन में, जम्मू परिक्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने सुरनकोटे के सिंदराह टॉप इलाके में चार आतंकवादियों के मारे जाने की पुष्टि की.
जारी है ऑपरेशन त्रिनेत्र द्वितीय
राष्ट्रीय राइफल्स सेक्टर छह के कमांडर ब्रिगेडियर एमपी सिंह ने पुंछ में पत्रकारों से कहा, “अभी जारी 'ऑपरेशन त्रिनेत्र द्वितीय' के दौरान एक वन क्षेत्र में चार विदेशी आतंकवादियों को मार गिराया गया है. अंदरूनी इलाकों में भारी हथियारों से लैस ऐसे आतंकवादियों की मौजूदगी क्षेत्र को अस्थिर करने के प्रयासों का संकेत है और अगर समय पर इन्हें ढेर नहीं किया गया होता तो ये आतंकवादी आने वाले दिनों में बड़ी आतंकवादी घटनाओं को अंजाम दे सकते थे.”
20 अप्रैल की घटना के बाद शुरू हुआ था ऑपरेशन
गौरतलब है कि 20 अप्रैल को पुंछ के मेंढर इलाके में आतंकियों ने सुरक्षाबलों के काफिले पर घात लगाकर हमला कर दिया था, जिसमें पांच सैनिक शहीद हो गए थे. इसके बाद सेना ने ‘ऑपरेशन त्रिनेत्र’ को शुरू किया था.
पुंछ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनय शर्मा के साथ ब्रिग्रेडियर सिंह ने कहा कि 16 जुलाई को वन क्षेत्र में सेना और पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया था जो सिंदराह के सामान्य इलाके में अज्ञात व्यक्तियों की गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद बीते तीन के दौरान अथक अभियानों का हिस्सा था.
जंगल में छुपे चार आतंकवादियों का ऐसे हुआ एनकाउंटर
ब्रिग्रेडियर सिंह ने कहा, “सशस्त्र आतंकवादियों की उपस्थिति के संबंध में पुख्ता खुफिया जानकारी के बाद क्षेत्र को घेर लिया गया था. इसके आधार पर, सेना और जम्मू कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह ने इस क्षेत्र की (17 जुलाई को) घेराबंदी की और तलाशी अभियान शुरू किया.”
सेना के अधिकारी ने कहा कि घेराबंदी के बाद, जवानों ने खोज अभियान शुरू किया और सिंदराह गांव पहुंचे. उन्होंने बताया, “गांव के पास जंगल में छुपे चार आतंकवादियों ने पास आ रहे जवानों पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी. उनकी गोलीबारी का तुरंत जवाब दिया गया और आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया.”
'इलाके में छुपे सभी आतंकियों को किया जाएगा ढेर'
ब्रिगेडियर सिंह बताया कि सेना की ‘स्पेशल फोर्सेज’ को भी बुलाया गया और आतंकवादियों और खोज दल के बीच पूरे दिन और रात को रुक-रुक कर गोलीबारी होती रही. उन्होंने बताया कि इसके बाद क्षेत्र की विस्तृत तलाशी ली गई, जिसमें मारे गए आतंकवादियों के शव और भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुआ, जिसमें चार चीनी निर्मित एके असॉल्ट राइफलें और दो पिस्तौलें शामिल हैं जिन पर पाकिस्तानी चिन्ह हैं.
उन्होंने कहा कि क्षेत्र को आतंकवाद मुक्त बनाने के लिए आतंकवादियों के खिलाफ अभियान नए जोश के साथ जारी रहेगा. ब्रिगेडियर सिंह ने नियंत्रण रेखा पर सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश करते समय आतंकवादियों के मारे जाने की हाल की घटना का जिक्र करते हुए कहा, ''यह दिखाता है कि पड़ोसी देश (पाकिस्तान) रुकेगा नहीं और हमारे क्षेत्र में अशांति पैदा करने की कोशिशें जारी रखेगा. हम नहीं रुकेंगे और इलाके में छुपे सभी आतंकवादियों को ढेर करेंगे.”
एसएसपी पुंछ विनय शर्मा ने कहा कि अभियान की सफलता आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सेना और पुलिस के बीच तालमेल का ज्वलंत उदाहरण है.
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