राम नवमी हिंसा से सबक! आगामी त्योहारों पर महाराष्ट्र में 2 लाख पुलिसकर्मियों, 38 हजार होमगार्ड की तैनाती
महाराष्ट्र में अंबेडकर जयंती, महावीर जयंती, गुड़ फ्राइडे, हनुमान जयंती, ईस्टर संडे, रमज़ान ईद जैसे त्योहार आने वाले हैं. इसके चलते सुरक्षा बेहद सख्त की गई है.
राम नवमी के मौके पर देश के विभिन्न राज्यों में हुई हिंसा से सबक लेते हुए महाराष्ट्र ने आगामी त्योहारों पर सुरक्षा सख्त करने का फैसला किया है. महाराष्ट्र में अंबेडकर जयंती, महावीर जयंती, गुड़ फ्राइडे, हनुमान जयंती, ईस्टर संडे, रमज़ान ईद जैसे त्योहार आने वाले हैं. ऐसे में राज्य में किसी भी तरह की धार्मिक हिंसा ना हो इसे ध्यान में रखते हुए पूरे महाराष्ट्र में 2 लाख पुलिस फ़ोर्स, 38 हज़ार होम गार्ड और SRPF की 100 कम्पनियों को तैनात किया गया है. इसके अलावा साइबर टीम सोशल मीडिया पर नजर रखेगी.
दूसरी ओर मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि रामनवमी पर खरगोन शहर और बड़वानी जिले में हुई हिंसा के मद्देनजर प्रदेश सरकार ने आने वाले त्योहारों के लिए सभी जिलों में अलर्ट जारी किया है. उन्होंने कहा, आने वाले दिनों में कई त्योहार मनाए जाने हैं. इसे देखते हुए मध्यप्रदेश के सभी जिले अलर्ट पर है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी जिलों के प्रभारी मंत्रियों को एहतियात के तौर पर अपने-अपने क्षेत्रों में स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए हैं.
खरगोन में हुई हिंसा के एक दिन बाद राज्य पुलिस मुख्यालय ने आगामी त्योहारों को देखते हुए प्रदेश के सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द करने के आदेश जारी किए हैं. विभिन्न जिलों और क्षेत्रों के पुलिस अधीक्षक (एसपी) और महानिरीक्षक (आईजी) छुट्टी मंजूर करने के लिए अधिकृत हैं.
इस आदेश में वरिष्ठ अधिकारियों से कहा गया है कि वह अपने-अपने मुख्यालय से बाहर न जाएं और अपरिहार्य परिस्थितियों में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) की मंजूरी के बाद ही छुट्टी लें. खरगोन शहर में रविवार शाम को रामनवमी जुलूस के दौरान पथराव, आगजनी के बाद कर्फ्यू लगा दिया गया है. उसी दिन बड़वानी जिले के सेंधवा कस्बे में रामनवमी जुलूस पर पथराव किया गया.
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