Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में नेशनल कॉन्फ्रेंस को झटका, बीजेपी में शामिल हुए ये दो नेता
नेशनल कांफ्रेंस के प्रांतीय उपाध्यक्ष आईएस बंटी और प्रांतीय सचिव पिंकी भट सहित 200 से अधिक राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यकर्ता मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए.
Jammu Kashmir : नेशनल कॉन्फ्रेंस के दो नेता और 200 से अधिक राजनीतिक एवं सामाजिक कार्यकर्ता मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए. इन लोगों ने बीजेपी की जम्मू कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रविंदर रैना की मौजूदगी में पार्टी का दामन थामा. बीजेपी में शामिल होने वाले नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं में इसके प्रांतीय उपाध्यक्ष एस एस बंटी और प्रांतीय सचिव पिंकी भट शामिल हैं. उनके अलावा, नेशनल जस्टिस पार्टी के अध्यक्ष रणधीर सिंह परिहार और कई पंचायत सदस्य, डॉक्टर और सेवानिवृत्त सरकारी अधिकारी पार्टी में शामिल हुए.
पार्टी में नए लोगों का स्वागत करते हुए, जम्मू-कश्मीर बीजेपी प्रमुख देवेंद्र सिंह राणा ने कहा कि पार्टी को "सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास" के अपने मंत्र के कारण समाज के सभी वर्गों से समर्थन मिल रहा है."
जम्मू और कश्मीर के लोगों ने बीजेपी का समर्थन करने का फैसला किया है जो प्रमुख राजनीतिक कार्यकर्ताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं के बड़े पैमाने पर शामिल होने से स्पष्ट है. हम सभी को एक साथ काम करना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि भाजपा 50 से अधिक सीटों के अपने मिशन को प्राप्त करे."
पार्टी कार्यालय में नए सदस्यों का किया स्वागत किया
पिछले साल नेशनल कॉन्फ्रेंस से बीजेपी में आए पूर्व विधायक देवेंद्र सिंह राणा ने पार्टी कार्यालय में नए सदस्यों का स्वागत किया. राणा ने कहा कि आज शामिल हुए लोगों की वजह से बीजेपी और मजबूत होगी, खासकर नगरोटा विधानसभा क्षेत्र में. उन्होंने कहा, ‘‘वे यहां मोदी सरकार की जनहितैषी नीतियों के कारण आए हैं.’’ वहीं, बीजेपी की जम्मू कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रैना ने पार्टी में शामिल हुए लोगों का स्वागत करते हुए कहा कि पार्टी को इसके मंत्र ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ की वजह से समाज के हर तबके का समर्थन मिल रहा है.
उन्होंने कहा, "जम्मू और कश्मीर के लोगों ने बीजेपी का समर्थन करने का फैसला किया है जो प्रमुख राजनीतिक कार्यकर्ताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं के बड़े पैमाने पर शामिल होने से स्पष्ट है. हम सभी को एक साथ काम करना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि बीजेपी सरकार बनाने तथा अपना खुद का मुख्यमंत्री बनाने के लिए अगले विधानसभा चुनाव में 50 से अधिक सीट जीतने के अपने लक्ष्य को प्राप्त करे.”
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