नई दिल्ली: सीबीआई के निदेशक के नाम पर मुंबई कस्टम के अधिकारियों को धमकाने के आरोप में सीबीआई ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है. यह दोनों लोग मुंबई में तीन कंपनियों के खिलाफ चल रही जांच को रुकवाना चाहते थे. इनमें से एक दिल्ली के कनॉट प्लेस के फिरोजशाह रोड स्थित एक फ्लैट में रहता है. सीबीआई ने दोनों को गिरफ्तार कर पूछताछ की और अब इन दोनों को जेल भेज दिया गया है.


सीबीआई सूत्रों के मुताबिक दोनों युवकों का नाम दक्ष अग्रवाल और पुनीत पारीक है. सीबीआई के एक आला अधिकारी ने बताया कि मुंबई का सीजीएसटी विभाग तीन कंपनियों के खिलाफ जांच कर रहा था. आरोप था कि इन तीनों कंपनियों के जरिए एक कंपनी को फर्जी तरीके से सामान डिलीवरी दिखाई गई है. इस मामले की जांच कर रहे कस्टम अधीक्षक के पास एक फोन आया जिसमें फोन करने वाले शख्स ने खुद को सीबीआई का आला अधिकारी बताते हुए कहा कि उनके पास शिकायत आई है कि वह इन तीनों कंपनियों के खिलाफ गलत इंक्वायरी कर रहे हैं.


आरोप है कि फोन करने वाले ने कस्टम अधीक्षक को धमकी दी कि वह उसे गिरफ्तार कर लेगा. यही नहीं फोन करने वाले ने अपने मोबाइल नंबर पर कस्टम अधीक्षक से मामले से जुड़े दस्तावेज व्हाट्सएप करने को भी कहा. सूत्रों के मुताबिक कस्टम अधीक्षक ने उस नंबर पर कुछ दस्तावेज भी भेजे. सीबीआई सूत्रों के मुताबिक इन दोनों ने दिल्ली में एक लैंडलाइन नंबर भी लिया हुआ था जिसे सीबीआई के नाम पर दर्ज दिखाया हुआ था. दूसरी बात यह कि यह दोनों जिस नंबर से फोन कर रहे थे वह मोबाइल नंबर भी एक सीबीआई के एक आला अधिकारी के नाम पर दिखाया गया था.


सूत्रों ने बताया कि कस्टम अधीक्षक के बाद मुंबई के कस्टम कमिश्नर के पास भी ऐसा ही फोन पहुंचा जिसके बाद इस मामले का भांडा फूटने लगा. सीबीआई का कहना है कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ लोग सीबीआई के बड़े अधिकारी के नाम पर धमकाने का काम कर रहे हैं. लिहाजा सीबीआई ने जाल बिछाकर इन दोनों को मीटिंग करने के लिए दिल्ली के एक होटल में बुलाया. जहां इन्हें 22 दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तारी के बाद दोनों को कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें 3 दिन की रिमांड पर भेजा गया.


सूत्रों के मुताबिक पूछताछ के दौरान पता चला  कि जिन कंपनियों के खिलाफ जांच चल रही थी उसे खत्म कराने के बदले इन लोगों को 30 लाख रुपए मिलने वाले थे. इसमें से कुछ रकम गिरफ्तार आरोपियों में से एक के खाते में भी आई थी. फिलहाल रिमांड खत्म होने के बाद दोनों को फिर से कोर्ट में पेश कर दिया गया जहां से उन्हें दिल्ली के तिहाड़ जेल भेज दिया गया है. सीबीआई ने इस मामले में कहा कि 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और मामले की जांच अभी जारी है.


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