कश्मीर में गैर-स्थानीय लोगों पर हमलों की नई लहर के रूप में आशंका जताई जा रही है. दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में एक हिट एंड रन आतंकवादी हमले में दो गैर-स्थानीय ट्रक चालक घायल हो गए. हमले में पंजाब का रहने वाला ट्रक चालक और उसका सहयोगी घायल हो गया और दोनों का श्रीनगर के अस्पताल में इलाज चल रहा है. इस बीच पुलिस ने हमलावरों को पकड़ने के लिए 30 से अधिक संदिग्धों को हिरासत में लिया है.


जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार यह घटना पुलवामा जिले के नौपोरा लितर इलाके में उस समय हुई जब पंजाब से मुर्गे ले कर आए ट्रक को अनलोड करने का काम चल रहा था. इसी बीच रात का खाना खा रहे ट्रक चालकों पर 2-3 अज्ञात हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं. हमले में ट्रक चालक और कंडक्टर सुरिंदर सिंह और धीरज दत्त गायल हो गए. दोनों पठानकोट पंजाब के निवासी हैं और रविवार दोपहर में ही पुलवामा के पोल्ट्री फार्म पर मुर्गे लेकर पहुंचे थे.


पुलवामा के अस्पताल में कराया गया भर्ती


घटना के तुरंत बाद घायल ट्रक ड्राइवरों को जिला अस्पताल पुलवामा में ट्रांसफर कर दिया गया, जहां से सुरिंदर सिंह को इलाज के लिए एसएमएचएस अस्पताल श्रीनगर में ले जाया गया. पुलिस ने कहा कि सुरिंदर को सीने में गोलियां लगी हैं और उनका एसएमएचएस अस्पताल में इलाज चल रहा है. जबकि एक अन्य घायल को जिला अस्पताल पुलवामा में इलाज के दौरान पैरों में गोलियां लगी हैं.


इस बीच, पुलिस ने जारी बयान में कहा, 'लगभग 7 बजकर 10 मिनट पर पुलवामा पुलिस को पुलवामा के नौपोरा लिटर इलाके में एक आतंकी अपराध की घटना के बारे में सूचना मिली, जहां आतंकवादियों ने दो मजदूरों पर गोलीबारी की थी. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी आतंकी वारदात स्थल पर पहुंचे. 


अपराध स्थल पर जाने वाले अधिकारियों को पता चला कि आतंकवादियों ने पुलवामा के नौपोरा लिटर इलाके में दो मजदूरों की पहचान की थी. दोनों मजदूरों को गोली लगने से चोटें आईं, जिन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया.


पुलिस ने इस संबंध में कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. जांच जारी है और अधिकारी इस आतंकी अपराध की पूरी परिस्थितियों का पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं. पुलिस ने कहा कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और इलाके में तलाशी जारी है.


यह हमला केंद्र सरकार द्वारा लोकसभा में घोषित किए जाने के बाद आया है कि अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू और कश्मीर में 34 गैर-स्थानीय लोगों ने संपत्ति खरीदी थी. सुरक्षा एजेंसियों ने इस तरह के हमलों की आशंका जताई है क्योंकि आतंकवादियों ने गैर-स्थानीय लोगों को जमीन और संपत्ति नहीं खरीदने की चेतावनी देते हुए कहा है कि यह कदम घाटी में जनसांख्यिकीय परिवर्तन लाने के लिए उठाया गया था.


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