चंडीगढ़ः गश्त पर निकले दो पुलिसकर्मियों की मंगलवार को हरियाणा के सोनीपत जिले में हत्या कर दी गई. इसके कुछ ही घंटों बाद आरोपियों की तलाश में जींद जिले में गई पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया, जिसमें चार पुलिसकर्मी घायल हो गए. इससे पहले, हरियाणा के पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने बताया कि हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए आठ टीमों का गठन किया गया है.


पुलिस ने बताया कि जिले में बुटाना के पास गोहाना-जींद रोड पर दोनों के शव मिले. अधिकारियों के मुताबिक, जींद जिले में रोहतक रोड पर चार-पांच आरोपियों ने पुलिस टीम पर उस समय हमला कर दिया जब वे उन्हें पकड़ने पहुंचे थे. घायल पुलिसकर्मियों में दो पुलिस निरीक्षक भी बताए गए हैं. जींद के पुलिस अधीक्षक ने कहा कि दो पुलिसकर्मियों की हत्या में शामिल आरोपियों ने पुलिस टीम पर हमला किया, जिसमें चार जवान घायल हुए. उन्हें अस्पताल रेफर किया गया है.


सोनीपत पुलिस के सूत्रों ने बताया कि एक हमलावर को टीम ने पकड़ा है. इससे पहले, अधिकारियों ने बताया कि विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) कप्तान सिंह और कांस्टेबल रविन्दर की तड़के किसी अज्ञात व्यक्ति ने हत्या कर दी. उन्होंने बताया कि दोनों गश्त पर निकले थे. उन्होंने बताया कि सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस टीम को दोनों के शव खून में लथपथ मिले.


सोनीपत के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि मौके से सोडा और पानी की कुछ बोतलें मिली हैं. उन्होंने बताया कि यह संभव है कि कर्फ्यू के दौरान कुछ लोग बाहर घूम रहे हों और पुलिसकर्मियों ने उनसे कुछ पूछताछ की हो, और उन्होंने ही दोनों पर हमला कर दिया हो. कोविड-19 लॉकडाउन के दिशा-निर्देशों के तहत हरियाणा में पिछले कई सप्ताह से रात में कर्फ्यू लागू है.


करनाल के मधुबन स्थित हरियाणा पुलिस अकादमी में मीडियाकर्मियों के सवालों का जवाब दे रहे यादव ने बताया, ‘‘हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए आठ पुलिस टीमें गठित की गई हैं, हमलावरों को जल्दी ही पकड़ लिया जाएगा.’’


उन्होंने कहा, ‘‘कुछ असमाजिक तत्वों ने यह अपराध किया है. अभी तक हुई जांच के अनुसार, सोनीपत और रोहतक रेंज के एडीजीपी ने मुझे बताया है कि, अभी जांच चल रही है कि कहीं कोई षड्यंत्र तो नहीं था. क्या इसके पीछे किसी गिरोह का हाथ है. जांच जारी है, फिलहाल मैं इसके अलावा और कुछ नहीं कहूंगा कि सभी पहलुओं से मामले की जांच की जा रही है.’’


यादव ने कहा, ‘‘मुझे पूरा यकीन है कि हमारी पुलिस बिना किसी गवाह वाले इस हत्याकांड को जल्दी सुलझा लेगी.’’ यह पूछने पर कि क्या पुलिसकर्मियों को गोलियां भी लगी हैं, डीजीपी ने कहा, ‘‘चोट के निशान को देखते हुए ऐसा लगता है वे चाकू के निशान हैं, लेकिन हम गोलियों के निशान से भी इंकार नहीं कर रहे हैं, लेकिन इसके लिए हमें पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार करना होगा.’’


डीजीपी ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया. घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए डीजीपी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौर में पूरा पुलिस बल मानवता को बचाने के लिए अथक परिश्रम कर रहा है. उन्होंने कहा कि दोनों के परिजन की हर संभव सहायता की जाएगी.


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