दिल्ली: दिल्ली और मुंबई पुलिस ने अपनी सूझबूझ से एक युवक की जान बचाने का मामला सामने आया है. कोरोना के चलते घर मे पैदा हुए आर्थिक तनाव के कारण एक युवक अपनी जान देने चला था. लेकिन आयरलैंड से एक फेसबुक के अधिकारी के फोन पर दिल्ली और मुंबई पुलिस ने सही समय पर युवक को आत्मत्या करने से बचा लिया.
क्या है पूरी कहानी आइये देखते
एक तरह जहां सुशांत सिंह राजपूत केस में मुंबई और बिहार पुलिस के बीच जारी घमासान किसी से छुपी नहीं है. वही दूसरी ओर दिल्ली और मूंबई पुलिस के तालमेल और सूझबूझ से बचे एक युवक की जान की हर जगह तारीफ हो रही है. घटना शनिवार शाम 7.51 बजे की है जब दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट के डीसीपी अन्वेष रॉय के पास आयरलैंड के एक फेसबुक अधिकारी का फ़ोन आया.
फेसबुक अधिकारी ने बताया कि दिल्ली की एक महिला के फेसबुक अकाउंट पर अजीब गतिविधि दिखाई दे रही है. जिसमे आत्महत्या के विचार वाली पोस्ट दिख रहे है. इस बात की जानकारी के साथ अधिकारी ने डीसीपी को महिला का नंबर दिया. साइबर क्राइम की डीसीपी रश्मि करंदेकर से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली पुलिस को आयरलैंड के एक फेसबुक अधिकारी का फ़ोन आया तो दिल्ली पुलिस ने तुरंत उस नंबर की जांच शुरू कर दी.
जांच में पता चला कि अकाउंट पूर्वी दिल्ली के मंडावली की महिला का है. पुलिस ने महिला को फ़ोन करने के बजाए सीधा उसके घर जा पहुंची. घर पहुंच ने पर महिला को एक दम ठीक पाया गया. महिला ने दिल्ली पुलिस को बताया कि नंबर तो उनका है, लेकिन फेसबुक अकाउंट उनके पति चलाते हैं. युवक के पत्नी ने बताया के उनके पति 14 दिन से मुंबई में है. वहां पर वह एक होटल में कुक हैं. उन्हें राजेश का पता भी नहीं मालूम था.
रश्मि करंदेकर को दिल्ली से फ़ोन आया और उन्हें इस बात की जानकारी दी गई. बिना वक़्त गवाए रश्मि और उनकी साइबर टीम कार्य में जुट गई. पांच घंटे की कड़ी मेहनत और टीम वर्क के चलते किसी तरह रश्मि और उनकी टीम मोबाइल लोकेशन से भयंदर एरिया में राजेश के घर तक पहुंची और युवक को आत्मत्या करने से बचाया गया.
रश्मि करंदेकर ने बताया के युवक कोरोना महामारी के चलते काफी तनाव में था. युवक चार महीने से आर्थिक तंगी से झूझ रहा था. जिसके चलते वह मानसिक तनाव में था. जिसके कारण बीवी से झगड़ा हुआ और युवक गुस्से में अपने कुछ महीने के बच्चे और बीवी को छोड़ मुंबई चला आया. मानसिक तनाव में होने के कारण डीसीपी रश्मि ने खुद युवक की काउंसिलिंग शुरू की और उसे समझाया.
मुंबई पुलिस युवक से लगातार संपर्क बनाए हुए है और उसका काउन्सलिंग कर उसके ठीक होने का इंतजार कर रही है.
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