महाराष्ट्र की एनसीपी के दो बड़े नेता शुक्रवार शाम अहमदाबाद पहुंचे थे. इसके बाद दोनों नेता गांधीनगर पहुंचे. माना जा रहा है कि इन दोनों नेताओं ने गांधी नगर में कुछ गुप्त मुलाक़ात की. मुलाक़ात एक बड़े व्यापारी घराने के सदस्य से हुई.
इस दौरान वे और किसे मिले ये अभी तक साफ़ नहीं हुआ है लेकिन इन मुलाक़ातों के बीच राजनीतिक तौर पर क़यास तब लगाए जाने लगे जब ये जानकरी सामने आयी कि इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह भी अहमदाबाद में थे. एनसीपी के दोनों बड़े नेताओं के अहमदाबाद पहुंचने के डेढ़ घंटे बाद गृह मंत्री अमित शाह अहमदाबाद पहुंचे थे लेकिन ये साफ़ नहीं हो पाया है कि एनसीपी के इन दोनों नेताओं की मुलाक़ात किस-किससे हुई है.
शनिवार सुबह दोनों नेता वापस मुंबई रवाना हो गए है. महाराष्ट्र में महा अघाडी सरकार में अंटीलिया विस्फोटक बरामद होने और सचिन वाजे से लेकर पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ की वसूली के आरोप लगाने के बीच ये गुप्त मुलाक़ात बेहद अहम हो जाती है.
अहमदाबाद में गुप्त मुलाक़ातों के दौर के बाद महा अघाडी सरकार में भी कलह बढ़ गयी है. शिवसेना के मुख़ पत्र सामना में अनिल देशमुख पर सचिन वाजे और विवादों का ठीकरा फ़ोड़ा जाने लगा है. साथ ही अहमदाबाद में गुप्त मुलाक़ातों के बाद महाराष्ट्र में महाअघाड़ी सरकार में भरोसे का संकट खड़ा होता दिखाई देने लगा है. शिवसेना के मुख़ पत्र सामना में अनिल देशमुख पर सचिन वाजे से जुड़े विवादों के बीच सामना में लिखा जयंत पाटिल के गृह मंत्री बनने से इंकार करने के बाद शरद पवार ने देशमुख को गृह मंत्री बनाया.
मतलब शिवसेना ने साफ़ कर दिया है कि अनिल देशमुख शिवसेना की पसंद नहीं हैं उनको शरद पवार ने गृह मंत्री बनाया है. अब देखना होगा कि गुप्त मुलाक़ातों की खबरों के बीच महाराष्ट्र में सरकार पर संकट तो नहीं आ रहा है?
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