नई दिल्लीः अमेरिका ने बृहस्पतिवार को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की और कहा कि वह आतंकवाद को पराजित करने के लिए भारत के साथ खड़ा है.


जैश ए मोहम्मद के एक आत्मघाती बम हमलावर ने विस्फोटकों से लदी एक गाड़ी सीआरपीएफ की एक बस से टकरा दी. इस विस्फोट में कम से कम 39 जवान शहीद हो गये और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए. यह हमला जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के तीन दशक के दौर में भीषणतम हमलों में एक है.





भारत में अमेरिका के राजदूत कीनेथ जस्टर ने ट्वीट किया, ‘‘भारत में अमेरिकी मिशन जम्मू कश्मीर में आज हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता है. हम इस हमले में मारे गये लोगों के परिवारों और घायलों के प्रति हार्दिक संवेदना प्रकट करते हैं.’’ उन्होंने कहा कि अमेरिका आतंकवाद का मुकाबला करने और उसे पराजित करने के लिए भारत के साथ खड़ा है.


आज पुलवामा में हुआ आतंकी हमला
अवंतीपुरा में आतंकी हमले में जिस बस को निशाना बनाया गया उसमें 42 जवान सवार थे. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक 30 से ज्यादा जवान शहीद हो गए हैं. जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ने बस पर फिदायीन हमला किया. फिदायीन हमले में जिस गाड़ी का इस्तेमाल किया गया उसमें 200 किलोग्राम विस्फोटक भरा हुआ था. ये विस्फोट इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए और तकरीबन पांच किलो मीटर तक इसकी आवाज सुनाई थी. ये हमला तब किया गया जब सीआरपीएफ जवानों काफिला श्रीनगर से पुलवामा ले जाया जा रहा था. बस पर हमले के बाद आतंकियों ने फायरिंग भी की.


इस काफिले में सीआरपीएफ की करीब 78 गाड़ियां थीं. इस काफिले में सीआरपीएफ की 54वीं, 179वीं और 34वीं बटालियन एक साथ जा रही थीं. 54वीं बटालियन पर ये हमला आतंकियों ने 3 बजकर 37 मिनट पर पुलवामा के अवंतीपुरा में लातू मोड़ पर किया.


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