जम्मू कश्मीर में निवेश के रास्ते तलाशने 4 दिवसीय दौरे पर आया UAE का प्रतिनिधिमंडल, ये है पूरा शेड्यूल
इस प्रतिनिधिमंडल को गुलमर्ग और पहलगाम घुमाने भी ले जाया जाएगा, जहां वह पर्यटन में निवेश की संभावना भी तलाश सकते हैं. मनोज सिन्हा ने इस प्रतिनिधिमंडल के लिए एक डिनर का आयोजन भी किया है.
जम्मू-कश्मीर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के जनवरी में संयुक्त अरब अमीरात के दौरे के 2 महीने बाद खाड़ी देशों का प्रतिनिधिमंडल इन्वेस्टमेंट की गुंजाइश तलाशने रविवार को कश्मीर पहुंचा. 30 से ज्यादा कंपनियों के सीईओ 4 दिनों के दौरे पर केंद्र शासित प्रदेश में व्यापार के अवसर तलाशने के लिए पहुंचा है. इस दौरे के दौरान उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और अन्य संबंधित अधिकारी उद्यमिता, पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में निवेश के इन्हें प्रेरित करेंगे. सेंचुरी फाइनेंशियल के सीईओ बालकृष्ण इस हाई लेवल डेलिगेशन की अध्यक्षता कर रहे हैं. गौरतलब है कि इसमें यूएई और सऊदी अरब के सीईओ शामिल हैं.
ABP न्यूज़ से बात करते हुए दुबई के एक सीईओ ने कहा कि कश्मीर दौरे पर यह प्रतिनिधिमंडल कईं बिजनेस कार्यक्रमों में शामिल होगा, जिसमें से एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम 22 मार्च को शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित किया गया है. इस प्रतिनिधिमंडल को गुलमर्ग और पहलगाम घुमाने भी ले जाया जाएगा, जहां वह पर्यटन में निवेश की संभावना भी तलाश सकते हैं. उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस प्रतिनिधिमंडल के लिए एक डिनर का आयोजन भी किया है.
सूत्रों का कहना है कि ये प्रयास सरकार द्वारा निर्यात को बढ़ावा देने के लिए बुनियादी ढांचे और एक उद्यमी-अनुकूल माहौल बनाने की दिशा में की गई पहल के अनुरूप है. कई निर्यातकों, स्टार्ट-अप और महिला उद्यमियों की प्रेजेंटेशन होंगी, साथ ही कुटीर और रेशम उद्योग, उत्पाद प्रदर्शन और कारीगरों की बैठकें भी होंगी. जनवरी में उपराज्यपाल सिन्हा की दुबई यात्रा के दौरान, कई क्षेत्रों में लुलु ग्रुप, अल माया ग्रुप, एमएटीयू इन्वेस्टमेंट्स एलएलसी, जीएल एम्प्लॉयमेंट ब्रोकरेज एलएलसी और नून ग्रुप के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए थे. सेंचुरी फाइनेंशियल द्वारा 100 मिलियन डॉलर के निवेश के लिए एक समझौते पर भी हस्ताक्षर किए गए.
पिछले महीने अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान के साथ भारत-यूएई वर्चुअल समिट में, पीएम मोदी ने कहा था, “जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल की सफल यूएई यात्रा के बाद कई अमीरात कंपनियों ने जम्मू और कश्मीर में निवेश में रुचि दिखाई है. हम जम्मू और कश्मीर में लॉजिस्टिक्स, स्वास्थ्य सेवा और हॉस्पिटैलिटी समेत सभी क्षेत्रों में यूएई द्वारा निवेश का स्वागत करते हैं, और आपकी कंपनियों को सभी प्रकार की सुविधाएं प्रदान करेंगे."
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