UAE President Visit India: पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव के बीच अबू धाबी के ‘क्राउन प्रिंस’ शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ बातचीत के लिए रविवार (08 सितंबर) को दो दिवसीय यात्रा पर भारत आएंगे. विदेश मंत्रालय ने यात्रा की घोषणा करते हुए कहा कि अल नाहयान की यात्रा भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच मजबूत संबंधों को और मजबूती करेगी. साथ ही नए और उभरते क्षेत्रों में साझेदारी के लिए रास्ते खोलेगी.


विदेश मंत्रालय ने शनिवार (7 सितंबर) को जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और क्राउन प्रिंस रविवार (8 सितंबर) को द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों पर बातचीत करेंगे. द्विपक्षीय मुद्दों के अलावा, दोनों नेताओं के बीच इजराइल-हमास संघर्ष से पैदा हुए हालातों पर भी विचार-विमर्श होने की उम्मीद है. इस दौरान नाहयान का राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात का कार्यक्रम भी है. जिसके बाद वह महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए राजघाट भी जाएंगे.


बिजनेस फोरम में होंगे शामिल


विदेश मंत्रालय का कहना है कि ‘क्राउन प्रिंस’ के साथ यूएई सरकार के कई मंत्री और एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी होगा. अपनी यात्रा के दिल्ली चरण के समापन के बाद, नाहयान सोमवार (9 सितंबर) को एक कारोबार से जुड़े कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुंबई की यात्रा करेंगे. इस दौरान दोनों देशों के शीर्ष व्यापारिक नेता इस मंच में भाग लेंगे.


क्राउन प्रिंस’ नाहयान दो दिवसीय यात्रा पर आएंगे भारत  


विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के आमंत्रण पर अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान भारत की आधिकारिक यात्रा पर आएंगे. विदेश मंत्रालय ने पिछले कुछ सालों में दोनों देशों के बीच कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने का भी जिक्र किया. मंत्रालय ने कहा कि भारत और यूएई के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं.


भारत और यूएई के बीच के बीच कई क्षेत्रों में है रणनीतिक साझेदारी


हाल के सालों में, भारत और यूएई के बीच व्यापक रणनीतिक साझेदारी राजनीतिक, व्यापार, निवेश, कनेक्टिविटी, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और संस्कृति सहित कई क्षेत्रों में गहरी हुई है. अगस्त 2015 में मोदी की यूएई की ऐतिहासिक यात्रा के बाद, दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक पहुंच गए थे.


ऐसे में दोनों देशों ने सीमा पार लेनदेन के लिए भारतीय रुपया और एईडी (संयुक्त अरब अमीरात दिरहम) के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए फरवरी 2022 में एक व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) और जुलाई 2023 में एक स्थानीय मुद्रा निपटान (एलसीएस) सिस्टम पर हस्ताक्षर किए.


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