UCC Issue: समान नागरिक संहिता को लेकर जारी बहस के बीच आया बहुविवाह और संपत्ति का मसला, क्या बोले तसलीम रहमानी?
Tasleem Rahmani News: यूनिफॉर्म सिविल कोड को लेकर राजनीतिक बहस कम होने का नाम नहीं ले रही है. अब एमपीसीआई अध्यक्ष तसलीम अहमद रहमानी ने भी इसे लेकर बात की है.
Tasleem Rahmani On Polygamy: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने समान नागरिक संहिता (UCC) का जिक्र कर देशभर में यूसीसी को लेकर बहस तेज कर दी है. अब एमपीसीआई (MPCI) के अध्यक्ष तसलीम अहमद रहमानी (Tasleem Ahmed Rahmani) ने इस्लाम में एक से ज्यादा शादी को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, "ये गलत धारणा है. बहुविवाह या पोलीगेमी का यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) से कोई लेना देना नहीं है."
तसलीम अहमद रहमानी ने न्यूज चैनल टीवी9 भारतवर्ष से बातचीत में कहा, "अगर तुम जरूरत महसूस करते हो तो दो, तीन या चार शादियां कर सकते हो लेकिन तुम्हारे लिए बेहतर ये है कि तुम एक ही शादी करो क्योंकि तुम इंसाफ नहीं कर सकते. अगर तुम इंसाफ कर सकते हो, तभी दूसरी शादी करो. इसका मतलब एक से ज्यादा शादी इस्लाम में भी सशर्त है."
'इस्लाम में अधिकार बहुत हैं लेकिन मिलते नहीं'
वहीं, मुस्लिम विचारक मोहम्मद फैज खान ने कहा, "वैसे तो इस्लाम में विवाह से पहले लड़के के बजाय लड़की से पूछा जाता है कि आप शादी के लिए तैयार हो या नहीं. संपत्ति का भी बराबर अधिकार दिया गया है यानी जितनी संपत्ति भाई को मिलेगी उतनी ही बहन को भी मिलेगी. यहां तक की पति की संपत्ति में भी लड़की का हिस्सा रहेगा. ये अलग बात है जो इस्लाम में है उसका पालन नहीं होता है."
मुस्लिम लड़कियों के लिए क्यों जरूरी यूसीसी
मोहम्मद फैज ने कहा, "अगर यूनिफॉर्म सिविल कोड (UCC) आ जाता है तो यह सब अनिवार्य हो जाएगा कि बेटी को पति की संपत्ति में भी हिस्सा मिले और पिता की संपत्ति में भी. इसलिए यूसीसी का आना जरूरी है. इससे जिन मुस्लिम लड़कियों की दशा खराब है वह सुधरेगी."
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