कांग्रेस (Congress) में प्रशांत किशोर की सक्रिय भूमिका पर विराम लग गया है. वहीं अब पार्टी विभिन्न राज्यों में संगठनात्मक बदलाव करने में जुट गई है. सूत्रों के मुताबिक, इसी क्रम में हरियाणा कांग्रेस की कमान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) के करीबी नेता उदय भान (Udai Bhan) को दी जा सकती है. उदय भान हरियाणा के नामी नेता रहे गया लाल के बेटे हैं.


सूत्रों के मुताबिक, उदय भान (Udai Bhan) का नाम पार्टी आलाकमान को हुड्डा ने ही प्रस्तावित किया है और इस बात की प्रबल संभावना है कि पार्टी उन्हें ही राज्य इकाई की जिम्मेदारी सौंपे. इससे पहले सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी ने कुलदीप विश्नोई से दो तीन दफा इस बाबत मुलाकात की थी मगर बात नहीं बन सकी. 


हालांकि सूत्रों के मुताबिक भूपेंद्र सिंह हुड्डा खुद ही विधायक दल के नेता के साथ-साथ प्रदेश अध्यक्ष पद भी चाहते थे मगर ऐसा करके कांग्रेस आलाकमान सभी को शायद नाराज़ नहीं करना चाहती. यही नहीं, सूत्रों के मुताबिक़ इसके लिए पूर्व अध्यक्ष कुमारी सैलजा और राज्य के प्रभावशाली नेता और पार्टी महासचिव रणदीप सुरजेवाला भी राज़ी ना होते. लिहाज़ा अब इस बात की संभावना बताई जा रही है कि उदय भान को राज्य की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है.


उदय भान कृभको के चेयरमैन और होडल-हसनपुर दोनों विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं. उदय भान के साथ 3 कार्यकारी अध्यक्ष की भी घोषणा हो सकती है. 


उदय भान उस गया लाल के बेटे हैं जिनकी वजह से हरियाणा में 'आया राम, गया राम' का मुहावरा प्रसिद्ध हुआ था. 'आया राम, गया राम' का मुहावरा दलबदल के पर्याय के रूप में 1967 में उस वक्त मशहूर हुआ जब हरियाणा की हसनपुर (सुरक्षित) विधानसभा से निर्दलीय विधायक गया लाल ने एक ही दिन में तीन बार पार्टी बदली.


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