राजस्थान में रेलवे पुल पर धमाके की आतंकी एंगल से भी जांच, NIA और ATS की तफ्तीश जारी
Udaipur Rail Accident: केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने कहा कि उदयपुर रेल पटरी विस्फोट के आरोपियों को कड़ी सजा दी जाएगी.
Udaipur-Ahmedabad Railway Track Blast: उदयपुर-अहमदाबाद ब्रॉड गेज रेलवे लाइन को विस्फोटक के जरिए उड़ाने की खतरनाक साजिश रची गई है. इस खतरनाक साजिश के पीछे किन लोगों का हाथ है इसका पता लगाने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा जांच एजेंसी (NIA) और एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉड (ATS) को इसकी जिम्मेदार सौंपी गई है. एटीएस की टीम घटनास्थल पर पहुंच कर जांच में जुट गई है. एटीएस आतंकी साजिश के एंगल से जांच में जुटी है.
एटीएस के डिप्टी एसपी अनंत कुमार ने कहा कि एटीएस लोकल पुलिस और एफएसएल (FSL) घटना की जांच कर रहे हैं. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पूरी प्लानिंग के साथ ब्लास्ट को अंजाम दिया गया है. ब्लास्ट के लिए जिस डेटोनेटर का इस्तेमाल किया गया है, वो सुपर 90 कैटेगरी का है. मौके से बम स्क्वॉड और फोरेंसिक टीम ने सबूत जुटाए हैं.
रेल मंत्री ने दोषियों को सजा का दिया आश्वासन
वहीं, केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने कहा कि उदयपुर रेल पटरी विस्फोट के आरोपियों को कड़ी सजा दी जाएगी. उदयपुर से करीब 35 किमी की दूरी पर पटरी पर विस्फोट हुआ. आतंकवाद रोधी दस्ता, एनआईए और रेलवे सुरक्षा बल जैसी हमारी सर्वश्रेष्ठ एजेंसियां घटनास्थल पर है. आरोपियों को कड़ी सजा दी जाएगी. पुल मरम्मत करने वाली टीम भी मौके पर है. जैसे ही जांच पूरी होगी, रेलवे ट्रैक को तीन घंटे के अंदर ठीक कर दिया जाएगा. यात्रियों को कोई समस्या नहीं होगी.
ट्रैक पर मिला था बारूद टूटी थी पटरियां
घटना उदयपुर से करीब 35 किलोमीटर दूर सलूम्बर मार्ग पर केवड़े की नाल में ओढ़ा रेलवे पुल की है. स्थानीय लोगों ने शनिवार (12 नवंबर) रात 10 बजे के आसपास धमाके की आवाज सुनाई दी. धमाके की आवाज सुन वहां पहुंचे लोगों ने देखा कि उस जगह रेलवे लाइन पर बारूद पड़ा हुआ था. यही नहीं लोहे की पटरियां कई जगह से टूटी हुई थीं और पुल पर लाइन से नट-बोल्ट भी गायब मिले थे. लोगों ने बिना समय गवाए इसकी जानकारी पुलिस को दी. धमाके से करीब चार घंटे पहले इस ट्रैक से ट्रेन गुजरी थी. सूचना मिलते ही रेलवे ने इस ट्रैक पर ट्रेनों की आवाजाही को रोक दिया.
पीएम मोदी ने किया था लोकार्पण
उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक पहले मीटर गेज यानी छोटी लाइन थी, जिसे हटाकर ब्रॉड गेज में तब्दील किया गया था. प्रधानमंत्री ने 31 अक्टूबर को अहमदाबाद के असारवा स्टेशन से ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर इस रेलवे लाइन का लोकार्पण किया था. पीएम मोदी ने अपने गुजरात दौरे के दौरान भी इस रेलवे लाइन का जिक्र करते हुए कहा था कि यह लाइन इस इलाके में औद्योगिक विकास को गति देगी. इसके साथ ही उदयपुर और इसके आसपास के जिलों के लोगों के लिए गुजरात आने-जाने में आसानी होगी.
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