Udaipur Kanhaiya Lal Murder Case: उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या के मामले में एसआईटी की जांच में कई अहम खुलासे हो रहे हैं. कन्हैया लाल (Kanhaiya Lal) के हत्यारों पर पाकिस्तानी संगठन से सांठगांठ के आरोप लग रहे हैं. बताया जा रहा है कि साल 2014 में कन्हैया लाल का हत्यारा ग़ौस मोहम्मद (Ghouse Mohammed) 30 लोगों के दल के साथ पाकिस्तान गया था. ये सभी दावते इस्लामिक के एक जलसे में शामिल हुए थे. इस बीच दावत-ए-इस्लामी (Dawat e Islami) ने किसी भी प्रकार के आतंकवाद के साथ किसी तरह के रिश्ते को खारिज किया है.
राजस्थान के उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की बर्बर हत्या के बाद पाकिस्तान के सबसे बड़े सुन्नी-बरेलवी मुस्लिम संगठनों में से एक (Dawat e Islami) दावत-ए-इस्लामी का नाम चर्चा में आया है.
दावत-ए-इस्लामी ने क्या कहा?
पाकिस्तानी मुस्लिम संगठनों में से एक दावत-ए-इस्लामी ने किसी भी तरह के आंतकवाद के साथ जुड़ाव को खारिज कर दिया है. संगठन का कहना है कि वो विशुद्ध रूप से शैक्षिक, धर्म प्रचारक और परोपकारी संगठन है जो शांति को लेकर प्रचार प्रसार करता है. दावत-ए-इस्लामी के मुख्यालय के एक मौलाना महमूद कादरी के मुताबिक इस संगठन का किसी भी तरह के आतंकी गतिविधियों से कोई जुड़ाव नहीं है. महमूद ने पीटीआई के हवाले से कहा है कि दावत-ए-इस्लामी का आतंकवाद के किसी भी कृत्य से कोई लेना-देना नहीं है.
आतंकी संगठन से रिश्तों से दावत-ए-इस्लामी का इनकार
दावत-ए-इस्लामी के मौलाना ने आगे कहा कि दुनिया भर से हजारों छात्र इस्लाम के अध्ययन के लिए संगठन के मुख्यालय का दौरा करते हैं जहां चरमपंथ या कट्टरवाद का प्रचार प्रसार नहीं किया जाता. हम पूरी तरह से गैर सियासी संगठन हैं. महमूद ने कहा कि दावत-ए-इस्लामी की दुनिया भर में शाखाएं हैं, संगठन एक टेलीविजन चैनल- मदनी चैनल संचालित करता है और समूह के सभी विवरणों के साथ एक वेबसाइट भी है.
कन्हैया लाल के हत्यारों के पाक संगठन के जुड़े तार
पाकिस्तान (Pakistan) में कराची मुख्यालय वाला दावत-ए-इस्लामी (Dawat e Islami) संगठन उस वक्त सुर्खियों में आया जब ये बात सामने आई कि राजस्थान के उदयपुर (Udaipur) में जानलेवा हमला करने वाले दो आरोपियों में से एक दावत-ए-इस्लामी से प्रेरित था और 2014 में उसने कराची का दौरा किया था. बता दें कि रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद ने मंगलवार को उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल (Kanhaiya Lal) की हत्या कर दी थी और ऑनलाइन वीडियो शेयर करते हुए कहा था कि वो इस्लाम के अपमान का बदला ले रहे हैं. जांच में खुलासा ये भी हुआ है कि वो लाइव हत्या कर दहशत फैलाना चाहता था.
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