Udaipur Kanhaiya Lal Murder: कन्हैया लाल के कारीगर ने बताई घटना की आंखों देखी, बताया कैसे बची उसकी जान
Udaipur Murder Row: कन्हैया लाल की इस निर्मम हत्या के बाद से सभी जिलों में धारा 144 लगा दी गई है. इस घटना में मुकदमा UAPA के तहत दर्ज किया गया है, इसलिए अब इस मामले की आगे जांच NIA करेगी.
Udaipur Murder Case: उदयपुर में मंगलवार को कन्हैया लाल (Kanhaiya Lal) नाम के एक टेलर की गला रेत कर हत्या कर दी गई. कन्हैया लाल की हत्या इसलिए की गई, क्योंकि उन्होंने नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) के समर्थन में सोशल मीडिया पर एक स्टेटस डाला था. जिसकी वजह से मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने कन्हैया लाल की धारदार हथियार से गला रेत कर उनकी हत्या कर दी.
आरोपी कपड़े सिलवाने के बहाने उनकी दुकान में घुसे और धारदार हथियार से कन्हैया लाल पर हमला कर दिया. पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. कन्हैया लाल की इस निर्मम हत्या के बाद से ही इलाके में तनाव का माहौल है, जिसे देखते हुए एहतियातन पूरे राजस्थान में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है. साथ ही सभी जिलों में धारा 144 लगा दी गई है. इस घटना में मुकदमा UAPA के तहत दर्ज किया गया है, इसलिए अब इस मामले की आगे जांच NIA करेगी.
कन्हैया लाल के कारीगर ने बताई पूरी घटना
टेलर कन्हैया लाल की हत्या को कैसे अंजाम दिया गया इसकी पूरी कहानी, उनके कारीगर गिरीश शर्मा ने बताई है. गिरीश शर्मा ने हिन्दी अखबार दैनिक भास्कर को सिलसिलेवार पूरी घटना के बारे में बाताया. कन्हैया लाल के कारीगर ने बताया कि वह बीते दस सालों से उनके यहां टेलरिंग का काम कर रहा है. उसने बताया कि मंगलवार दोपहर को करीब दो बजे के आसपास दो युवक मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद उनकी दुकान में आए. उन्होंने पूछा कि झब्बा-पायजामा सिल दोगे क्या? सेठजी बोले जरूर सिलेंगे.
रियाज झब्बा-पायजामा सिलवाने के लिए सेठजी को नाप देने लगा. उसका साथी गौस वहीं खड़ा था. मैं और दुकान में काम करने वाला एक अन्य टेलर राजकुमार हम दोनों कपड़े सिल रहे थे. तभी अचानक से चिल्लाने की आवाज आई. मुड़कर देखा तो रियाज और गौस कन्हैया लाल पर धारदार हथियार से हमला कर रहे थे. मैं दुकान से बाहर भागा. बाहर निकलकर देखा तो मेरे सिर और बाएं हाथ पर भी धारदार हथियार से वार करने के चलते खून निकल रहा था. कन्हैया लाल दुकान में लहूलुहान पड़े थे और खूब खून बह रहा था. मेरे साथ राजकुमार भी भाग गया.
गिरीश ने बताया कि कन्हैया लाल ने 10-15 दिन पहले ही नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाली थी. जिस पर विवाद हुआ था. पुलिस उन्हें पकड़कर ले गई थी. हथियारों ने सेठजी को मारने से पहले सोशल मीडिया पर उन्हें गला रेत कर मारने की धमकी देने वाली एक पोस्ट भी डाली थी. हथियारों ने दुकान में घुसकर कन्हैया लाल का गला रेतकर उनकी हत्या कर दी.
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