Kanhaiya Lal Case: NIA ने दो पाकिस्तानी नागरिकों समेत 11 लोगों के खिलाफ दायर की चार्जशीट
Kanhaiya Lal की 28 जून को उनकी दुकान में घुसकर मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने धारदार हथियार से गला रेतकर उनकी हत्या कर दी थी. हत्यारों ने हत्या का वीडियो भी इंटरनेट पर अपलोड किया था.
Kanhaiya Lal Murder Case Update: राजस्थान के उदयपुर में जून के महीने में एक दर्जी कन्हैयालाल की निर्मम हत्या कर दी गई थी. इस मामले में गुरुवार (22 दिसंबर) को बड़ा अपडेट सामने आया है. मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दो मुख्य हमलावरों मोहम्मद रियाज अत्री और मोहम्मद गौस सहित 11 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. चार्जशीट में दो पाकिस्तानी नागरिकों के भी नाम हैं.
बता दें कि 28 जून को राजस्थान के उदयपुर में सुप्रीम टेलर्स के संचालक कन्हैयालाल की धारदार हथियार से सिर कलम कर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस ने आरोपी मोहम्मद गौस और रियाज मोहम्मद को गिरफ्तार कर लिया था.
एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि हत्या और इसके वीडियो का प्रसार देश भर में जनता के बीच दहशत और आतंक पैदा करने के लिए किया गया था. मामला शुरू में राजस्थान के उदयपुर जिले के धानमंडी पुलिस थाने में दर्ज किया गया था और बाद में एनआईए द्वारा इसे फिर से दर्ज किया गया था.
NIA ने चार्जशीट में क्या कुछ कहा?
आरोपियों के खिलाफ जयपुर में एक विशेष एनआईए अदालत में भारतीय दंड संहिता, गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम और शस्त्र अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप पत्र दाखिल किया गया.
प्रवक्ता ने कहा, “जांच से पता चला है कि आतंकवादी गिरोह-मॉड्यूल के रूप में काम कर रहे आरोपी व्यक्तियों ने बदला लेने की साजिश रची (पूर्व बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा की पैगंबर मुहम्मद पर कथित टिप्पणी के खिलाफ).”
उन्होंने कहा, “आरोपी कट्टरपंथी थे और भारत के भीतर और बाहर प्रसारित किए जा रहे ऑडियो/वीडियो/संदेशों से प्रेरणा लेते थे.” एनआईए ने कहा कि आरोपियों ने घातक चाकू की व्यवस्था की और लाल की फेसबुक पोस्ट के जवाब में दिनदहाड़े उसकी हत्या कर दी और उसकी दुकान में एक सहकर्मी पर हमला किया.
आरोप पत्र में मामले में चार्जशीट किए गए लोगों में मोहम्मद रियाज अटारी, गौस मोहम्मद, मोहसिन खान, आसिफ हुसैन, मोहम्मद मोहसिन, वसीम अली, फरहाद मोहम्मद शेख, मोहम्मद जावेद, मुस्लिम खान उर्फ मुस्लिम रजा और पाकिस्तानी नागरिक सलमान और अबू इब्राहिम शामिल हैं. दोनों पाकिस्तानी नागरिक कराची के रहने वाले हैं.
वीडियो भी हुए थे वायरल
उल्लेखनीय है कि हत्या को अंजाम देने के बाद दोनों आरोपियों ने कई वीडियो भी वायरल किए. एक लाइव था और दो वीडियो में वे जुर्म कबूलते हुए नजर आए. घटना के कुछ ही घंटो बाद राजसमन्द पुलिस ने दोनों को हाईवे पर दबोच लिया था.
बचाने के लिए बनाया था बैकअप प्लान
कन्हैयालाल हत्याकांड की जांच कर रही NIA ने इस हत्याकांड के मुख्य आरोपियों मोहम्मद गौस और रियाज के दो साथियों मोसिन और आसिफ को भी गिरफ्तार किया था. इन दोनों ने NIA की टीम को बताया था कि हत्या के बाद मोहम्मद गौस और रियाज को एक सेफ पैसेज देने के लिए बैकअप प्लान भी तैयार था. इस बैकअप प्लान में तीन लोग शामिल थे.
प्लान के मुताबिक, मोसिन और उसका साथी आसिफ कन्हैयालाल की दुकान से थोड़ी दूरी पर खड़े थे. वहीं उनका एक अन्य साथी स्कूटी पर नजदीक मौजूद था. मोसिन और आसिफ ने जांच टीम को बताया कि इनकी प्लानिंग थी कि अगर कन्हैयालाल की हत्या के बाद किसी वजह से गौस और रियाज पकड़े जाते हैं तो उनको वहां से निकालने का काम इन तीनों का था. इनके पास भी खंजर थे और ये भीड़ पर हमला कर के उनको बचा लेते.