Udaipur Tailor Killing: उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल का बड़ी ही बेरहमी के साथ मंगलवार को कत्ल किया गया. इसका खुलासा पोस्टमार्टम करने वाली टीम की तरफ से किया है. पोस्टमार्टम करने वाली टीम के सूत्रों के मुताबिक, टेलर कन्हैया लाल के शरीर पर 26 जख्म के निशान मिले हैं, जिनमें से 8 से 10 गर्दन के पास है, जबकि बाकी शरीर के अन्य हिस्सों पर है.


दूसरी तरफ, कन्हैया लाल की हत्या को केन्द्र सरकार ने आतंकी घटना मानते हुए इसकी जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को दे दी है. इसके साथ ही, इसमें किसी संगठन या अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन का पता करने के भी निर्देश दिए हैं.


NIA को कन्हैया लाल की हत्या की जांच


गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘‘ गृह मंत्रालय ने एनआईए को राजस्थान के उदयपुर में हुई कन्हैया लाल तेली की नृशंस हत्या की जांच करने का निर्देश दिया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ किसी भी संगठन और अंतरराष्ट्रीय संलिप्तता की गहन जांच की जाएगी.’’


मामले की शुरुआती जांच में राजस्थान पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए दो आरेापियों के आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से प्रभावित होने की बात सामने आने के बाद गृह मंत्रालय ने मंगलवार रात ही एक जांच दल को उदयपुर रवाना कर दिया था. उदयपुर शहर में मंगलवार को उस समय तनाव व्याप्त हो गया था कि जब रियाज़ अख्तरी ने एक धारदार हथियार से तेली का कथित तौर पर गला काट दिया और दूसरे शख्स गौस मोहम्मद ने इस कृत्य का मोबाइल फोन से वीडियो बनाया था.


सोशल मीडिया पर आए इस वीडियो में, कथित हमलावरों में से एक ने घोषणा की कि उन्होंने उस व्यक्ति का ‘‘सिर कलम कर दिया’’. दोनों ही आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही है. पूछताछ किस जगह की जा रही है, इसकी जानकारी अभी नहीं दी गई है.


सोशल मीडिया एकाउंट की हो रही जांच


एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम उजागर ना करने की शर्त पर मंगलवार को बताया था, ‘‘ प्रथम दृष्टया, यह एक आतंकवादी कृत्य प्रतीत होता है और इसकी गहन जांच की जरूरत है. उनके सोशल मीडिया अकाउंट की छानबीन भी जाएगी.’’ अख्तरी के संबंध पाकिस्तान स्थित दावत-ए-इस्लामी से होने के संकेत मिले हैं, जिसकी भारत में भी शाखाएं हैं.


दावत-ए-इस्लामी के कुछ गुर्गे 2011 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गवर्नर सलमान तासीर की हत्या सहित कई आतंकवादी कृत्यों में शामिल पाए गए हैं. आतंकवादी संगठनों, खासकर आईएसआईएस और अल-कायदा में सिर कलम करना आम है. यह चलन 2014 के बाद से बढ़ गया है, जब आईएसआईएस ने कई विदेशियों का सिर कलम कर उनकी हत्या कर दी थी और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया था. जम्मू-कश्मीर में भी 1995 में आतंकवादी संगठन हरकत-उल-अंसार के एक आतंकवादी ने विदेशी पर्यटक हंस आस्त्रो का सिर कलम कर दिया था. आस्त्रो का शव 13 अगस्त 1995 को पहलगाम के पास मिला था.


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