Kanhaiyalal Murder In Udaipur: उदयपुर में बुधवार 29 जून को मृतक टेलर कन्हैया लाल साहू के शव के घर से निकलते ही उनकी पत्नी यशोदा का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. अपनी सिसकियों और गम के बीच वो पति को मौत के घाट उतारने वाले आरोपियों को फांसी देने की मांग करती दिखीं. उन्होंने कहा "आरोपियों को फांसी दो, आज उसने हमें मारा है, कल दूसरों को मारेगा." उधर कन्हैया लाल की भांजी  ने कहा कि आज हमारे घर से मेरे मामा जी को मारा है, कल किसी और के घर से कोई मारा जाएगा. उन्होंने हर हाल में आरोपियों को फांसी की सजा देने की बात कही. 


टेलर की पत्नी ने कहा - मेरे पति को धमकियां मिल रही थीं


उदयपुर के मृतक टेलर कन्हैया लाल साहू की पत्नी यशोदा (Yashoda)ने एबीपी को बताया कि उनके पति को बीते 10-15 दिनों से धमकियां मिल रही थीं. उन्होंने कहा कि उनके पति को लगातार मार देंगे, काट देंगे की धमकियां मिल रहीं थीं. ये लोग दुकान पर ही आकर धमकियां देते थे. लोग फोन पर भी और दुकान पर आकर भी मारने की धमकियां देते थे. दुकान में लेडीज का काम नहीं होता, इसलिए मैं वहां नहीं जाती थी.


यशोदा का कहा, "उनके पति ने बताया था कि उनको धमकी देने के लिए एक औरत और एक आदमी दुकान पर आए थे और वो मुस्लिम लिबास में थे. क्या पता वहीं लोग होंगे. शायद वहीं हो सकते हैं."उनका कहना है कि हालांकि उनके पति दुकान की बात उन्हें कम बताते थे. उन्होंने आगे कहा कि एक बार एक जेंट्स आया था उनकी दुकान पर वह भी मार दूंगा, काट दूंगा की धमकी उनके पति को दे गया. कन्हैया की पत्नी यशोदा ने बताया कि पति को लगातार जान से मारने की धमकी मिल रही थी लेकिन शिकायत के बाद भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.


पति ने कहा था गलती हो गई


यशोदा ने बताया कि मेरे पति ने धमकी देने वालों से कहा भी था कि मुझसे गलती से हो गया किसी 11 साल के बच्चे ने पोस्ट कर दिया. हालांकि ये बच्चा कौन था ये उनकी पत्नी को भी नहीं पता है. उनका कहना है कि काम करते मोबाइल उनका ऐसे ही पड़ा रहता था घर में भी दुकान पर भी.


उनकी पत्नी ने संदेह जताया है कि उनका मोबाइल कोई दूसरा चला रहा हो तो क्या पता ?  वह कहती हैं कि हालांकि क्या पोस्ट किया था वे मुझे वो नहीं बता रहे थे. यशोदा कहती हैं कि वो घर आकर कहते थे कि लोग मुझे धमकी दे रहे हैं. उन्होंने पुलिस में भी एफआईआर करवाई थी.


कन्हैया की पत्नी का कहना है कि धमकी वाले मामले के बाद दुकान बंद थी. इस दौरान बीच में भी 7-8 दिन के लिए दुकान बंद रखी थी. पुलिस में शिकायत करने के बाद दुकान खोली थी. उनका कहना है कि शनिवार को वो दुकान गए थे और रविवार पूरे दिन दुकान बंद रखी थी. उनकी दुकान में केवल दो लोग ही काम करते थे. घटना के दिन ये दो ही लोग वहां होंगे. 


'मेरे घर का अकेला कमाने वाला चला गया'


मृतक टेलर की पत्नी यशोदा का कहना है  कि उनकी शादी को लगभग 22 साल हो गए. वह कहती हैं कि घर में पति  ही अकेले कमाने वाले थे. परिवार में उन्हें और उनके दो बेटे सहित चार ननद, सासू और भांजा भी है. परिवार के लिए बस इतनी ही आमदनी होती है कि खर्चा चल जाता है. पेट भर के खा लेते हैं. हम डूंगरपुर के पास के रहने वाले हैं. गौरतलब है कि मृतक टेलर कन्हैया का एक छोटा भाई और चार बहनें हैं. 


उन्होंने बताया कि मूल रूप से वो डूंगरपुर ज़िले के आसपुर का रहने गांव में खेती बाडी कुछ नहीं है. उनका कहना है की पति बीते 10 साल से दुकान कर रहे हैं और ये दुकान भी किराए की है. मेरे दो बच्चे हैं एक तरूण (18 साल) और यश (21 साल) का वो अभी कॉलेज कर रहे हैं. उनके कॉलेज का खर्चा कौन उठाएगा, मैं तो तगार भी नहीं बना सकती, मजदूरी मैंने कभी नहीं की. उनका कहना है, मैं तो अनपढ़ हूं बस तीसरी पढ़ी हूं मोबाइल भी नहीं चला सकती कहां नौकरी करूं.


'क्या आशा करूं सरकार से'


कन्हैया की पत्नी यशोदा सरकार से भी खासी नाराज दिखीं. उन्होंने कहा कि सरकार से क्या उम्मीद करें, अब वो क्या करेगी मेरे पति तो चले गए. उनका कहना है कि हमारे लिए न्याय करवाओ, मोदी से बात कराओ, अशोक गहलोत से बात कराओ,  मेरे बच्चों को नौकरी दिलाओ. वह गुस्से में बोलीं कि  31 लाख में क्या पूरी जिंदगी निकल जाएगी. मेरी पुलिस से यही शिकायत है कि इंसाफ दिलाओ, मेरे पति के साथ जैसा किया गया, उन लोगों के साथ भी ऐसा ही करो.


बहन और मां ने भी की इंसाफ की मांग


उधर मृतक की बहन भगवती देवी ने बताया कि उनकी भाई से बात हुई थी. उसने बताया था कि वो रात में पुलिस स्टेशन रूका और धमकी देने वालों के साथ समझौता हुआ. बहन भगवती ने अपने भाई के बेटों के लिए पक्की सरकारी नौकरी और भाभी के लिए गुज़र बसर लायक़ राशि की मांग सरकार से की है. बुजुर्ग मां कौंदरी देवी को अपने बेटे की मौत का दुःख है, लेकिन हत्यारों की करतूत पर ज़बरदस्त ग़ुस्सा भी है. उन्होंने अपने बेटे के लिए इंसाफ की मांग की है.


गौरतलब है कि मंगलवार देर रात परिजन पोस्टमॉर्टम के लिए राजी हुए थे. उधर राज्य सरकार ने मृतक टेलर के परिवार के दो सदस्यों को संविदा पर नौकरी देने और  31 लाख रुपये का मुआवजा की घोषणा की है. इस हत्याकांड की जांच के लिए 4 सदस्यों वाली एसआईटी गठित की गई हैं.


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