(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Udaipur Murder Case: 17 जून को ही बन गया था कन्हैया लाल के कत्ल का प्लान! आरोपियों से पूछताछ में हुआ खुलासा
Udaipur Tailor Murder: राजस्थान के उदयपुर में हुए दर्जी कन्हैया लाल के कत्ल की साजिश उसके हत्यारों ने 17 जून को ही रच दी थी. जिसके लिए उदयपुर के खांजीपीर इलाके में मीटिंग भी की गई थी.
Udaipur Tailor Kanhaiya Lal Murder Case: बीजेपी (BJP) नेता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) का पैगंबर मोहम्मद (Prophet Mohammad) को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद उनका समर्थन करने को लेकर राजस्थान (Rajasthan) के उदयपुर (Udaipur) में कन्हैया लाल(Kanhaiya Lal), नितिन जैन और एक अन्य शख्स पनेरिया का नाम सामने आया था. जिसके बाद उदयपुर (Udaipur) के दर्जी कन्हैया लाल के कत्ल की साजिश गौस मोहम्मद (Ghaus Mohammad) और रियाज़ मोहम्मद (Riyaz Mohammad) ने 17 जून को ही रच दी थी.
फिलहाल कन्हैया लाल की जघन्य हत्या मामले (Brutal Murder Case) की जांच एनआईए कर रही है. वहीं पता चला है कि नूपुर शर्मा को लेकर होने वाले हर प्रोटेस्ट में गौस मोहम्मद और रियाज मोहम्मद हिस्सा लेते थे. वहीं नूपुर शर्मा का सपोर्ट करने के कारण गौस मोहम्मद और रियाज़ मोहम्मद ने 17 जून को ही कन्हैया लाल के कत्ल का प्लान बना लिया था.
उदयपुर के खांजीपीर इलाके में हुई मीटिंग
इसके बाद गौस मोहम्मद और रियाज़ मोहम्मद ने कई अन्य कट्टरपंथी सोच के लोगों के साथ कन्हैया लाल के कत्ल की साजिश को लेकर मीटिंग की थी. यह मीटिंग उदयपुर के खांजीपीर इलाके में हुई थी. बताया जा रहा है कि कन्हैया की हत्या के बाद रियाज और गौस खुद को समुदाय का पोस्टर बॉय बनाना चाहते थे.
बताया जा रहा है कि 17 जून के बाद जब दोनों ने मिलकर कन्हैया लाल के कत्ल करने की बात तय कर ली थी, उसी के बाद से ही दोनों तकरीबन 7 से 8 व्हाट्सएप ग्रुप में एक्टिव हो गए थे. वहीं जानकारी के मुताबिक इन व्हाट्सएप ग्रुप में पाकिस्तान के भी 8 से 10 मेम्बर शामिल थे.
व्हाट्सएप ग्रुप में डाला वीडियो
वहीं कन्हैया लाल के कत्ल के बाद जब गौस मोहम्मद और रियाज़ मोहम्मद ने कत्ल के कबूलनामे का वीडियो व्हाट्सएप ग्रुप में डाला तो कुछ लोगों ने उस ग्रुप को छोड़ दिया. वहीं कुछ ऐसे भी लोग थे जिन्होंने गौस मोहम्मद और रियाज़ मोहम्मद के इस घिनोने कृत्य के लिए उनकी सराहना की थी. फिलहाल अब पुलिस उन सभी की पहचान जुटाने में लग गई है.
जानकारी के अनुसार जहां रियाज़ मोहम्मद (Riyaz Mohammad) नेपाल (Nepal) के रास्ते पाकिस्तान (Pakistan) होकर भारत (India) लौटा था. वहीं गौस मोहम्मद (Ghaus Mohammad) बीते 8 साल से राजस्थान (Rajasthan) में एक्टिव था और स्लीपर सेल तैयार कर रहा था. जिसकी भनक तक इंटेलीजेंस डिपार्टमेंट को नहीं लगी.
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