Uddhav Thackeray: शिवसेना का नाम और चुनाव चिह्न गंवाने के बाद उद्धव ठाकरे गुट ने बीजेपी से लड़ने के लिए विपक्षी दलों से एकजुट होने की अपील की है. बुधवार (22 फरवरी) को सामना के संपादकीय में उद्धव ने लिखा है कि मौजूदी बीजेपी से अलग चूल्हा जलाकर नहीं लड़ा जा सकता है. इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने 2024 में पीएम पद को लेकर अपनी उम्मीदवारी को लेकर बड़ी बात कही है.
सामना में उद्धव ने लिखा, "अगर मौजूदा BJP से लड़ना है तो अलग संसार या चूल्हा जलाकर नही लड़ा जा सकता है. विपक्षियों की एकता की वज्रमुट्ठी बनाये बिना लड़ना संभव नही है. अभी कांग्रेस अकेले BJP से नही लड़ सकती है. विपक्ष की एकता के लिए हमारे बहुत ईमानदार प्रयास है."
'पीएम उम्मीदवार बाद में तय किया जा सकता है'
इसके साथ ही उद्धव ठाकरे ने पीएम पद की उम्मीदवारी पर हो रही रस्काकसी खत्म करने की अपील भी की. उन्होंने लिखा, "2024 में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा, ये बाद में तय किया जा सकता है."
उद्धव ठाकरे ने पीएम पद पर अपनी उम्मीदवारी को लेकर अनिच्छा भी जाहिर की. संपादकीय में वे लिखते हैं, "2024 में प्रधानमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार कहते है कि वो कांग्रेस को तय करने दो. कुछ लोग मेरे नाम का जिक्र करते है, लेकिन मेरी इच्छा नही है."
ईवीएम घोटाले का आरोप
चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए उन्होंने बीजेपी के खिलाफ जंग में विपक्ष से एकजुट होकर लड़ने का आह्वान किया. उन्होंने लिखा, EVM घोटाला करने के लिए इजरायल की टीम जॉर्ज कंपनी को ठेका दिये जाने का खुलासा हो ही गया है. विपक्षी दलों का एकजुट होना ही बीजेपी की पाखंडी देशभक्ति का एकमात्र जवाब होगा.
उपेंद्र कुशवाहा की शिंदे से तुलना
पूर्व शिवसेना नेता बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना को तोड़ा... और बाकी गुट को असली शिवसेना कहकर चुनाव चिह्न उनको बेच दिया गया. बिहार में नीतीश कुमार के पार्टी को तोड़ने की कोशिश की गई और अब शिंदे के जैसे ही उपेंद्र कुशवाहा को भी अलग कर लिया गया. मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, और महाराष्ट्र के कई नेताओं को बीजेपी ने थोक में खरीदा। गुजरात में भी हार्दिक पटेल समेत कई युवा नेताओं को पार्टी से तोड़ने का काम बीजेपी द्वारा किया गया.
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