Shiv Sena Symbol Row: उद्धव ठाकरे का दावा, 'चुनाव चिह्न और नाम का चुराना पूर्व नियोजित था, पार्टी का पैसा किसी और को सौंपा गया तो...'
Uddhav Thackeray: बालासाहेब ठाकरे वाली शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी के चुनाव चिह्न जाने पर एक बार फिर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र की राजनीति में इन दिनों बहुत कुछ घट रहा है. हाल ही में उद्धव ठाकरे की शिवसेना का चुनाव चिह्न भी उनसे छिन गया. अब ऐसे में उद्धव ठाकरे जमकर बयानबाजी कर रहे हैं. ताजा बयान में ठाकरे ने कहा है कि पार्टी का चुनाव चिह्न चुराना एक सोची समझी साजिश थी और ये पहले से प्लान किया हुआ था. उन्होंने इसको लेकर एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट जाने की बात की और कहा कि मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में शुरू होने वाली है.
तो वहीं उन्होंने ये भी कहा कि गृह मंत्री अमित शाह महाराष्ट्र में 48 सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं लेकिन बीजेपी महाराष्ट्र तो छोड़ो पूरे देश में ही 48 सीटें जीत पाएगी. इसके अलावा उन्होंने अपनी पार्टी पर चुनाव आयोग की कार्रवाई पर भी बात की है. दरअसल, हाल ही में अमित शाह ने महाराष्ट्र में राज्य की सभी 48 सीटें बीजेपी और गठबंधन के जीतने की बात कही थी. उद्धव ठाकरे ने इसका जवाब दिया है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और शिवसेना गठबंधन ने 48 में से 42 सीटें जीती थीं. उद्धव ठाकरे ने ये भी कहा कि साल 2024 का चुनाव आखिरी चुनाव साबित होगा और इसके बाद देश में नंगा नाच होगा.
क्या बोले उद्धव ठाकरे?
शिवसेना (बालासाहेब ठाकरे) के मुखिया उद्धव ठाकरे ने पार्टी के बारे में बात करते हुए कहा, ‘मेरा सब कुछ लुट गया है. हमारी पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न चोरी हो गया है लेकिन ठाकरे नाम चोरी नहीं हो सकता. चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ हमने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है, कल से सुनवाई शुरू होगी.’ उन्होंने आगे कहा कि चुनाव आयोग पार्टी फंड किसी को नहीं सौंप सकता है. अगर वो ऐसा करता है तो हम इसके खिलाफ कोर्ट में जाएंगे.
उन्होंने कहा, ‘आज शिवसेना पर जो स्थिति थोपने की कोशिश की गई है, वह देश की किसी भी पार्टी के लिए लाई जा सकती है. अगर इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो 2024 का लोकसभा चुनाव देश का आखिरी चुनाव हो सकता है, क्योंकि उसके बाद तानाशाही शुरू हो सकती है.’