मुंबई: नये साल के मौके पर पुलिस के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र के मुंख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि लोगों ने मुंबई पुलिस को बदनाम करने की पूरी कोशिश की लेकिन अब उन सभी का मुंह बंद हो गया है.


दरअसल, पिछले साल जून महीने में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मुंबई स्थित अपने आवास पर मृत पाये गये थे. जिसके बाद जांच को लेकर मुंबई पुलिस पर कई तरह के सवाल उठे थे. इतना ही नहीं इवेंट मैनेजर दिशा सालियन की आत्महत्या पर भी कई सवाल उठाए गए.


साथ ही उसकी जांच में भी मुंबई पुलिस ने ढिलाई भर्ती ऐसे आरोप लगाए गए. ऐसे मुद्दों को मद्दे नजर मुंबई पुलिस के एक कार्यक्रम में सहभागी हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लोगों को संबोधित करते हुए यह कहा कहा कि कईयों ने मुंबई पुलिस का नाम खराब करने की कोशिश की पर आखिर में उन सब का मुंह बंद हो गया.


पुलिस विभाग का नाम खराब करने की कोशिश की गई


साथ ही सीएम ने कहा, “मुझे अभिमान है इस साल की शुरुआत मैंन मेरे पुलिस परिवार के साथ की है. इस कार्यक्रम में आने का मुझे गर्व है. मैं इस परिवार का मुखिया होने के तौर पर सभी को नए वर्ष की शुभकामनाएं देता हूं” उन्होंने आगे कहा कि, “बीती रात जैसे ही 12 बजे लोगों ने एक दूसरे को बधाइयां देने शुरू कर दी. उस समय भी मुंबई पुलिस अपने कर्तव्य का पालन कर रही थी. लोगों की सुरक्षा में अपनी ड्यूटी निभा रही थी. पुलिस वाले भी इंसान हैं और मुख्यमंत्री नहीं बल्कि एक आम इंसान के रूप में मैं आप लोगों का तहे दिल से अभिवादन करता हूं”


मुख्यमंत्री बोले, “कोविड-19 के संकट काल में जब कई लोग वर्क फ्रॉम होम कर रहे थे उस वक्त अगर पुलिस ने भी वर्क फ्रॉम होम  किया होता तो लॉयन ऑर्डर की सिचुएशन काफी खराब हो जाती. लेकिन उन्होंने अपनी ड्यूटी निभाई और लोगों को सुरक्षा मुहैया करवाई.” उन्होंने कहा, “कईयों ने मुझ पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मैंन सब कुछ बंद करके रखा हुआ है.


लोग क्या कहते हैं मुझे उससे फर्क नहीं पड़ता लेकिन अगर मैंने वैसा नहीं किया होता तो हालात और खराब हो जाते. पुलिस विभाग का नाम खराब करने की कईयों ने कोशिश की पर जैसे-जैसे समय आगे बढ़ा लोगों के मुंह बंद हो गए. हमें आने वाले समय में और भी सतर्क रहने की जरूरत है संकट अभी टला नहीं है”


मुंबई पुलिस ने मामले को प्रोफेशल तरीके से हैंडल किया- मुंबई कमीश्नर


वहीं, कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए मुंबई पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने कहा 2020 पूरे पुलिस और मुंबई वासियों के लिए काफी चैलेंजिंग साल था. इस दौरान हमारे लगभग 8000 पुलिसकर्मी कोरोना की चपेट में आए जिसमें 98 पुलिसकर्मी शहीद हुए. इस दौरान महाराष्ट्र के सीएम ने पुलिस कर्मियों की काफी मदद की. उनकी मदद से हमने प्रत्येक शहीद पुलिसकर्मियों को लगभग 75 लाख रुपए की मदद की.


सुशांत सिंह राजपूत और दिशा सालियान की आत्महत्या मामले में पुलिस की जांच को लेकर कई सारे सवाल उठाए गए. इतना ही नहीं जो अधिकारी इन मामलों की जांच कर रहे थे उन्हें भी बदनाम करने की कोशिश की गई. डिपार्टमेंट को बदनाम करने की कोशिश की गई पर हमारा इन्वेस्टिगेशन करने का तरीका काफी प्रोफेशनल है. जिसकी वजह से समय के साथ लोगों का मुंह भी बंद हो गया और लोगों को पता चला कि हमने यह इन्वेस्टिगेशन बहुत ही प्रोफेशनली की थी.


टीआरपी मामले से लेकर दिलीप छाबरिया मामले के घोटाले का पर्दाफाश किया गया- मुंबई कमीश्नर


उन्होंने कहा कि, “पिछले साल हमने कई अच्छे मामलों की जांच की जिनमें टेलीविसन रेटिंग पॉइंट (टीआरपी) घोटाला कैसे चल रहा है उसे उजागर किया तो दिलीप छाबरिया जैसे बड़े कार डिजाइनर ने किए आर्थिक घोटाले का भी पर्दाफाश किया” “हमारे पास 6 से 7000 मनुष्य बलों की कमी है जिस विषय पर हमने सीएम सर से चर्चा की और उन्होंने इस पर हमारी मदद करने का आश्वासन भी दिया है.


आज के नए युग में साइबर क्राइम सबसे बड़ा खतरा है इस प्रकार के क्रिमिनल लोगों के अकाउंट उनकी मेहनत की कमाई को पलक झपकते ही गायब कर देते हैं. इन सब से लोगों की रक्षा करने के लिए हमारे पास एक साइबर सेल है पर अब आने वाले समय में हम पांच और साइबर सेल लाने वाले हैं जिससे लोगों की और भी मदद हो सके.”


उन्होंने कहा, “मुंबई में चैन स्नेचिंग के कई मामले सामने आए थे जिसमें मुंबई पुलिस ने आरोपियों को पकड़ा और उनसे चोरी किये सोने के चैन की रिकवरी भी की. 1 जनवरी को उन सारे विक्टिम्स को महाराष्ट्र सीएम उद्धव ठाकरे के हाथों से उनके सोने की चैन वापस किये गए.


कोरोना की वजह से शहीद हुए पुलिस वालों को अब तक 7 करोड़ दिए गए


मुंबई पुलिस के जॉइंट कमिश्नर (लॉ एंड ऑर्डर) विश्वास नागर पाटिल ने कहा कमिश्नर निधि से अब तक 17 करोड़ जमा किये गए जिसमें से पुलिस वाले जिनकी मौत कोरोना की वजह से हुई उनके परिजनों को 7 करोड़ रुपये दिए गए.


यह भी पढ़ें.


समंदर में अब ड्रोन्स के खतरे से निपटेगी Indian Navy, बीईएल से किया 20 ‘लेजर-डेज़लर्स’ का करार


पीएम आवास योजना में यूपी को पहला पुरस्कार, सीएम योगी बोले- पूरा होगा सबके 'अपना घर' का सपना