नई दिल्ली: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राम मंदिर को लेकर एक बार फिर बीजेपी पर निशाना साधा है. ठाकरे ने कहा, वर्तमान सरकार आरएसएस की मेहनत से आई हुई पूर्ण बहुमत की सरकार है. ऐसे में भी अगर आरएसएस को राम मंदिर के लिए दबाव बनाना पड़ रहा है तो संघ की मेहनत बेकार चली गई है. उद्धव ठाकरे ने आगे कहा, चार साल से नजरअंदाज किया गया राम मंदिर का मुद्दा शिवसेना की वजह से चर्चा में आया है. बीजेपी सरकार संघ की वजह से सत्ता में आई है. अगर बीजेपी, आरएसएस के राम मंदिर बनाने की मांग को पूरा नहीं कर पाती तो बीजेपी को वो हटाए.


आरएसएस के आंदोलन वाले बयान पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर-मगर की बातों पर हमें भरोसा नहीं है. बता दें कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने आज राम मंदिर पर बड़ा बयान दिया था. सुप्रीम कोर्ट में मामला जनवरी तक टलने को लेकर संघ ने कहा कि कोर्ट को हिंदू समाज की भावनाओं को समझना चाहिए.


आरएसएस की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की 3 दिवसीय बैठक खत्म होने के बाद संघ के सरकार्यवाहक भैय्याजी जोशी ने कहा, ''कोर्ट के फैसले में देरी हो रही है कोर्ट ने अनिश्चितकाल के लिए टाल दिया. वह उनका अधिकार क्षेत्र है. लेकिन जब पूछा गया कि इस मामले पर आगे सुनवाई कब होगी? तो कोर्ट ने कहा कि उसके पास और भी प्राथमिकताएं हैं.''


उन्होंने आगे कहा, ''कोर्ट की इस टिप्पणी से हिंदू समाज अपमानित महसूस कर रहा है. हम अदालत से विनती करते हैं कि वह इसपर फिर से विचार करे. हिंदू भावना और आस्था का ख्याल रखे.''


राम मंदिर: RSS ने कहा- सुप्रीम कोर्ट हिंदू समाज की भावनाओं को समझे, देरी हुई तो आंदोलन करेंगे


आरएसएस ने कहा कि आवश्यकता पड़ी तो फिर से आंदोलन करेंगे. पिछले 30 सालों से आंदोलन चल रहा है. मंदिर बनाने में बहुत देरी हो चुकी है. अगर कोई रास्ता नहीं बचता है तो कानून ही आखिरी रास्ता है. संघ के इन्हीं बयानों के बाद उद्धव ठाकरे का बयान सामने आया है.


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