मुंबई: महाराष्ट्र में अब किसी भी वक्त सरकार बनाने का एलान हो सकता है. शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने राज्य में सरकार बनाने की तैयारी लगभग पूरी कर ली है. इस बीच शिवसेना खेमे से बड़ी खबर आई है. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने आज मातोश्री में शिवसेना विधायकों के साथ बैठक में खुद को मुख्यमंत्री पद की रेस से बाहर कर लिया है. इस दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैंने बालासाहेब ठाकरे को एक दिन महाराष्ट्र में शिवसेना का मुख्यमंत्री देने का वचन दिया था. अब ये वजन जल्द पूरा होने वाला है.


ये नौबत बीजेपी के वजह से आई है. बीजेपी ने अपना वादा तोड़ा- उद्धव


शिवसेना विधायकों के साथ बैठक में उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘’ये नौबत बीजेपी के वजह से आई है. बीजेपी ने अपना वादा तोड़ा है, इसलिए प्रदेश में दोबारा चुनाव न हो और महाराष्ट्र के हित देखते हुए मैने इस गठबंधन में जाने का फैसला लिया है.’’ इस दौरान शिवसेना विधायकों ने उद्धव से कहा कि आपको राज्य का मुख्यमंत्री बनना चाहिए तो उद्धव ने कहा कि मैंने कभी अपने आप को सीएम के लिए प्रस्तुत नहीं किया.


महाराष्ट्र से जुड़ी पल-पल की अपडेट के लिए यहां क्लिक करें


बैठक में शिवसेना विधायकों ने उद्धव ठाकरे से फैसला लेने को कहा. इसपर उद्धव ठाकरे ने कहा कि मैं जल्द मेरा निर्णय बता दूंगा. बैठक में उद्धव ठाकरे ने साफ किया कि मुझे बीजेपी की तरफ से कभी कोई प्रस्ताव नहीं आया. सभी बातें कोरी अफवाह हैं. उन्होंने कहा कि आज रात तक सब फाइनल हो जाएगा. बता दें कि विधायकों को मुंबई के एक पांच सितारा होटल में रखा गया है. सभी विधायक आज मुंबई में ही रुकेंगे.


इंद्र का सिंहासन मिले तब भी बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे- शिवसेना

शिवसेना के सांसद संजय राउत ने कहा कि शिवसेना को भगवान इंद्र के सिंहासन का प्रस्ताव मिले तब भी वह बीजेपी के साथ नहीं आएगी. राउत ने कहा कि कांग्रेस और एनसीपी के साथ वाला त्रिदलीय गठबंधन जब सत्ता में आएगा तब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का पद उनकी पार्टी को ही मिलेगा. महाराष्ट्र की जनता शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनते देखना चाहती है.’’

यह भी पढ़ें-


भगवान राम की निचली जाति के लोगों ने मदद की, ऊंची जाति के लोगों ने नहीं- गोवा के राज्यपाल


मॉब लिंचिंग: पश्चिम बंगाल में गाय चोरी के शक में भीड़ ने दो लोगों को पीट-पीटकर मार डाला


ये हैं 5 बेस्ट कैमरा स्माटफोंस, जिनकी कीमत है 20,000 रुपए से कम