Uddhav Thackeray On Collegium System: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार (23 जनवरी) को कॉलेजियम सिस्टम में बदलाव की केंद्र सरकार की मांग को लेकर जमकर हमला बोला. शिवसेना (ठाकरे समूह) पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारा देश तानाशाही की ओर बढ़ रहा है और ये दिखाई दे रहा है. जो न्याय व्यवस्था बची हुई है, उस न्याय व्यवस्था को धमकियां दी जा रही हैं. ये किस लोकतंत्र की पहचान है. 


केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू पर निशाना साधते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि मतलब इनको न्याय व्यवस्था भी अपने अधीन लेनी है. अगर ऐसे ही सब कुछ रहेगा तो देश में लोकतंत्र कहां बचा? किरेन रिजिजू को जो अचानक एहसास हुआ की संविधान सर्वोच्च है. क्या ये संविधान के तहत आता है. संविधान ने सभी को उनके अधिकार दिए हैं. 


"लोकतंत्र खतरे में है"


उन्होंने कहा कि लोकतंत्र खतरे में है और राजनीतिक लाभ के लिए देश की केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है. देश में मौजूदा तानाशाही से लड़ने के लिए महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के साथ गठबंधन समय की जरूरत है. कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने एक हफ्ते पहले सीजेआई को कॉलेजियम सिस्टम में सरकारी प्रतिनिधित्व को शामिल करने की मांग करते हुए पत्र लिखा था. 


उद्धव ठाकरे ने वीबीए से किया गठबंधन


पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आगामी मुंबई निकाय चुनावों से पहले सोमवार को प्रकाश अंबेडकर की वंचित बहुजन अगाड़ी (वीबीए) के साथ गठबंधन की घोषणा की है. उद्धव ठाकरे संविधान निर्माता बाबासाहेब अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर के साथ दो महीने से अधिक समय से बातचीत कर रहे हैं. 


उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने कहा, "आज 23 जनवरी बालासाहेब ठाकरे की जयंती है. मैं संतुष्ट और खुश हूं कि महाराष्ट्र के कई लोग चाहते हैं कि हम साथ आएं. प्रकाश अंबेडकर और मैं आज यहां गठबंधन बनाने के लिए आए हैं. मेरे दादाजी और प्रकाश अंबेडकर के दादाजी सहयोगी थे और उन्होंने उस समय के सामाजिक मुद्दों के खिलाफ लड़ाई लड़ी." 


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