Uddhav Thackeray Slams ECI Over Shivsena Name-Symbol Row: निर्वाचन आयोग (ECI) ने एकनाथ शिंदे नीत धड़े को असली शिवसेना के रूप में शुक्रवार को मान्यता दी और उसे ‘तीर-कमान’ चुनाव चिह्न आवंटित करने का आदेश दिया. इसके बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का बयान सामने आया है. उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोर्ट के फैसले से पहले चुनाव आयोग का निर्णय देना गलत है. उन्होंने कहा कि कई लोगों को लग रहा है कि शिवसेना अब खत्म है लेकिन ऐसा नहीं होगा.
शिवसेना (बालासाहेब उद्धव ठाकरे) प्रमुख ने कहा, ''मेरा आज भी कहना है कि आज चुनाव कराकर दिखाएं. आज के फैसले के बाद लग रहा है कि जल्द ही बीएमसी के चुनाव होंगे. मान्यता भले ही चुनाव आयोग ने दी है लेकिन चोर, चोर ही होता है. चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ हम सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.''
'पीएम कर दें तानाशाही का एलान'
इसी के साथ उद्धव ठाकरे ने निर्वाचन आयोग के फैसले को लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताया. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, ''भारत में लोकतंत्र नहीं बचा है. प्रधानमंत्री को एलान कर देना चाहिए कि देश में तानाशाही शुरू हो गई है.'' बता दें कि शुक्रवार को चुनाव आयोग ने शिवसेना के नाम-निशान मामले में 78 पन्नों का आदेश सुनाया. अपने फैसले में आयोग ने उद्धव ठाकरे गुट को राज्य में विधानसभा उपचुनावों के पूरा होने तक ‘मशाल’ चुनाव चिह्न रखने की अनुमति दी.
आयोग ने कहा कि 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में शिवसेना के 55 विजयी उम्मीदवारों में से एकनाथ शिंदे का समर्थन करने वाले विधायकों के पक्ष में लगभग 76 फीसदी मत पड़े. वहीं, शिवसेना के विजयी उम्मीदवारों के पक्ष में मिले मतों से 23.5 प्रतिशत मत उद्धव ठाकरे धड़े के विधायकों को मिले थे.