Uddhav Thackeray Vs Devendra fadnavis: पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने अपनी पार्टी की महिलाओं पर ठाणे में हुए हमले को लेकर शिंदे गुट पर हमला किया. उन्होंने कहा कि आनंद दीघे के ठाणे को गुंडों की ठाणे करने का प्रयास चल रहा है.
ठाकरे ने कहा कि एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री नहीं गुंडा मंत्री कहना चाहिए. उन्होंने डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ठाकरे को बेकार (फड़तूस) गृह मंत्री बताया. वहीं नागपुर में 'वीर सावरकर गौरव यात्रा' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे को जवाब दिया. उन्होंने फिल्म पुष्पा के डायलॉग के स्टाइल में कहा, 'मैं फड़तूस नहीं कारतूस हूं. झुकेगा नहीं साला, घुसेगा.'
उद्धव ठाकरे ने कहा कि महिला गुंडों की एक गैंग बनाई गई है. मैं ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं करता लेकिन महिला गुंडागर्दी करने लगे तो देश, महाराष्ट्र और ठाणे का क्या होगा. हम अभी चाहें तो इनकी गुंडागर्दी उखाड़ के फेंक सकते हैं. हम चाहें तो ये गुंडे और फर्जी शिव सैनिक जो बालासाहेब ठाकरे का फोटो लेकर नाच रहे हैं, उन्हें हाथ में भगवा और बालासाहेब की फोटो लेने का अधिकार नहीं है.
नपुंसक कहना चाहिए
ठाकरे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि महिलाओं का इस्तेमाल करने वालों को नपुंसक कहना चाहिए. सबसे बड़ी दुर्भाग्य की बात यह है कि आपसे मिलने से पहले मैं कमिश्नर कार्यालय गया तो वहां कमिश्नर ही नहीं है. रोशनी शिंदे (उद्धव गट की कार्यकर्ता) ने अपनी शिकायत में गुंडागर्दी करने वाली महिलाओं के नाम भी लिखे हैं. गर्भवती रोशनी अपना इलाज करा रही थीं. इस दौरान उनके मना करने पर पेट पर लात मारी गई. ऐसे लोग ठाणे और महाराष्ट्र में रहने लायक़ नहीं है.
क्या दावा किया?
उद्धव ठाकरे ने दावा किया कि मैं रोशनी से मिला तो उन्होंने बताया कि किसी तरह का कमेंट नहीं किया था. इसके बाद रोशनी से माफी मांगने का वीडियो करने को बोला गया वो भी किया, लेकिन इसके बाद कई महिलाओं को बुलाया गया और मारपीट की गई. ठाकरे ने आगे कहा कि यह राज्य गुंडा गर्दी का है. अब मुझे ऐसा लगता है कि शिंदे को मुख्यमंत्री कहना चाहिए या गुंडा मंत्री कहना चाहिए.
मामला क्या है?
आपको बता दें कि रोशनी पर आरोप है कि उसने फेसबुक पर शिंदे सरकार के संदर्भ में अपमानजनक पोस्ट किया. इसके बाद शिंदे गुट की महिला कार्यकर्ता नाराज हो गई और उन्होंने रोशनी के साथ मारपीट की.
ये भी पढ़ें- Savarkar Row: 'सावरकर ने इसलिए अंग्रेजों को पत्र लिखा था क्योंकि...', बोले महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस