Maharashtra Political Crisis: शिवसेना में बड़ी बगावत के बाद आखिर बुधवार को उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने इसकी घोषणा पहले फेसबुक लाइव में की और इसके कुछ देर बाद खुद गाड़ी चलाकर राजभवन पहुंचे और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Bhagat Singh Koshyari) को अपना इस्तीफा सौंप दिया. कार में उनके साथ बेटे आदित्य ठाकरे भी मौजूद रहे. इस दौरान भारी बारिश हो रही थी. दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे अपने गुट के विधायकों के साथ गोवा पहुंचे तो वहीं राज्य बीजेपी के शीर्ष नेताओं ने मिठाई बांटकर खुशी जताई. 10 बड़ी बातें-
1. उद्धव ठाकरे ने रात के करीब साढ़े 9 बजे महाराष्ट्र की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी रुचि ‘संख्याबल के खेल’ में नहीं है और इसलिए वह अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं. उन्होंने वेबकास्ट पर कहा, ‘‘मैं विधान परिषद की सदस्यता से भी इस्तीफा दे रहा हूं.’’ ठाकरे ने इसके साथ ही पार्टी के कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे सड़क पर प्रदर्शन करने नहीं उतरें.
2. फ्लोर टेस्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट से राहत नहीं मिलने के बाद उद्धव ठाकरे की कुर्सी जानी तय मानी जा रही थी. दरअसल, महाराष्ट्र के राज्यपाल ने बुधवार को कहा था कि उद्धव सरकार गुरुवार सुबह 11 बजे फ्लोर टेस्ट का सामना करें.
3. फ्लोर टेस्ट के आदेश को शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने लंबी बहस के बाद फ्लोर टेस्ट पर रोक लगाने से इनकार कर दिया. शीर्ष अदालत ने रात के करीब 9 बजे अपना फैसला सुनाया.
4. इसके ठीक बाद उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्हें अपना पद छोड़ने पर कोई असफोस नहीं है. शिवसेना अध्यक्ष ने पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे बागी विधायकों को लौटने दें और उनके खिलाफ प्रदर्शन नहीं करें.
5. करीब एक सप्ताह से गुवाहाटी में डेरा डाले बागी विधायक बुधवार शाम को गुवाहाटी से विशेष विमान में रवाना हुए और गोवा पहुंचे. शिवसेना के बागी विधायकों में से एक भरत गोगावले ने बुधवार रात कहा कि वे गोवा के एक पांच सितारा होटल में बैठक करेंगे, जहां वे रात में ठहरेंगे. गोगावले ने कहा कि बैठक में वे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के इस्तीफे के बाद अपने अगले कदम पर चर्चा करेंगे.
6. उद्धव ठाकरे ने इस दौरान कैबिनेट की फैसलों का भी जिक्र किया. ठाकरे ने कहा कि गठबंधन सहयोगी कांग्रेस और एनसीपी ने बुधवार शाम को हुई मंत्रिमंडल की आखिरी बैठक में औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर करने के फैसले का विरोध नहीं किया. उन्होंने एमवीए सरकार चलाने के दौरान सहयोग के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार को भी धन्यवाद किया.
7. ठाकरे ने बागियों का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण ने मुझसे कहा कि अगर बागी चाहते हैं तो कांग्रेस सरकार से हटने और बाहर से समर्थन करने को तैयार है. जिनसे खाई में धकेलने की उम्मीद थी वे ही साथ खड़े हुए जबकि मेरे अपने मेरा साथ छोड़कर चले गए. ’’
8. शिवसेना प्रमुख ने कहा, ‘‘आपकी समस्या क्या थी? सूरत और गुवाहाटी जाने के बजाय आप सीधे मेरे पास आ सकते थे और अपनी राय रख सकते थे. शिवसेना आम लोगों की पार्टी है और उसने कई चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया है.’’ ठाकरे ने कहा कि वह पार्टी का पुनर्निर्माण करेंगे.
9. उद्धव ठाकरे के एलान के संबोधन के बीच में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने विधायकों के साथ बैठक की. इस दौरान प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल समेत कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे. अब एक बार फिर गुरुवार को बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक होगी. बैठक के बाद शपथ ग्रहण से जुड़ी बातें तय होगी. 1 या 2 तारीख़ को फडणवीस सरकार शपथ ले सकती है.
10. बैठक के बाद देवेंद्र फडणवीस ने आगे कि रणनीति को लेकर कुछ भी बोलने से इनकार किया. इस दौरान उनके चेहरे पर खुशी साफ दिख रही थी.
उद्धव ठाकरे के इस्तीफे से अचानक बदली महाराष्ट्र की सियासी स्थिति, सिर्फ इतने दिन चला सके सरकार