Uddhav Thackeray Ratnagiri Rally: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने रविवार (5 मार्च) को रत्नागिरि में एक रैली के दौरान आरएसएस पर तंज कसा. इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी और सीएम एकनाथ शिंदे के गुट पर जबरदस्त निशाना साधा. एक रैली को संबोधित करने के दौरान उद्धव ठाकरे ने सवाल पूछते हुए कहा कि क्या हमारे देश को गोमूत्र छिड़कने से आजादी मिली थी? क्या ऐसा हुआ था कि गोमूत्र छिड़का गया और आजादी मिल गई?
उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था. स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी जान की कुर्बानी दी थी, तब जाकर देश आजाद हुआ था. शिवसेना का नाम और निशान खोने के बाद पहली रैली कर रहे उद्धव ठाकरे ने इस दौरान बीजेपी को सबसे ज्यादा भ्रष्टाचारी लोगों वाला सियासी दल बताया. सीएम एकनाथ शिंदे के गुट को पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह मिलने के बाद से ही महाराष्ट्र की सियासत में वार-पलटवार का खेल अपने चरम पर है.
धनुष-बाण चुराने वाले चोर हैं- उद्धव ठाकरे
रत्नागिरि रैली में उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे गुट और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने धनुष-बाण (चुनाव चिन्ह) चुराया है, जब वो वोट मांगने आएं तो लोगों को एक बात ध्यान रखनी है कि वो चोर हैं. उन्होंने कहा कि हमने ये तय किया है कि जिन लोगों का आजादी के संघर्ष से कोई जुड़ाव नहीं है, ऐसे पशु प्रवृत्ति वालों को 2024 में दफन कर देना है. हमें कसम लेनी है कि भारत माता को फिर से गुलाम नहीं होने देंगे. अगर हम ऐसा नहीं करेंगे तो 2024 का लोकसभा चुनाव आखिरी होगा.
चुनाव आयोग बना चूना लगाव आयोग- ठाकरे
ठाकरे ने चुनाव आयोग की ओर से शिंदे गुट को शिवसेना का नाम और चुनाव चिन्ह देने के फैसले पर बोलते हुए कहा कि अगर चुनाव आयोग को मोतियाबिंद नहीं है तो उसे आना चाहिए और जमीनी हकीकत देखनी चाहिए. चुनाव आयोग अब चूना लगाव आयोग बन गया है और सत्ताधारी दल का गुलाम है. जिस आधार पर चुनाव आयोग ने फैसला लिया है, वो गलत है. ठाकरे ने ये भी बताया कि पार्टी ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है.
उन्होंने रैली में मौजूद लोगों की ओर इशारा करते हुए कहा कि तुमने (चुनाव आयोग) हमसे पार्टी का नाम और निशान छीन लिया, लेकिन मुझसे शिवसेना नहीं छीन सकते हो. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी ने क्रूरता के साथ शिवसेना को खत्म करने की कोशिश की है.
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