मुंबई: देश में इस कोरोना ने हाहाकार मचाया हुआ है. हात ऐसी है कि श्मशान में लाशें जलाने के लिए लोगों को जगह नहीं मिल रही है. इस महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कल ने कल स्थिति की जानकारी देने के लिए कल राज्य को संबोधित किया.
उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना से लड़ने के लिए महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन पर्याप्त नहीं हो रहा. ऐसे में उद्धव ने पीएम मोदी से अपील की है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए वायुसेना की मदद ली जाए.
उद्धव ठाकरे ने कहा, ''पीएम हमें आज की परिस्थिति में ऑक्सीजन की जरूरत होगी. दूसरे राज्यो से ऑक्सीजन राज्य में आने की इजाजत चाहिए. बहुत दूर राज्यों से ऑक्सीजन आने में समय लगेगा. पीएम से निवेदन करता हूं कि रास्ते से ऑक्सीजन में समय लगेगा. अगर एयरफोर्स की मदद से ऑक्सीजन आ सकता है तो उसकी इजाजत दे.''
कोरोना काल में महाराष्ट्र में ऑक्सीजन की कितनी कमी ?
महाराष्ट्र में 1200 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है. उत्पादन का 100 फीसदी यानि पूरे 1200 मीट्रिक टन ऑक्सीजन कोरोना मरीजों के लिए इस्तेमाल हो रहा है. जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र में 35 हजार मरीजों को फिलहाल ऑक्सीजन की जरुरत है.
ऑक्सीजन की कमी से गई सात की जान
मुंबई के नाला सोपारा के एक अस्पताल में 7 लोगों की मौत हो गई. परिवारवालों ने आरोप लगाया कि ऑक्सीजन की कमी से मौत हुई. जबकि अस्पताल ने ऑक्सीजन की कमी से इनकार किया है. सच जो भी हो लेकिन इतना तो तय है कि महाराष्ट्र में कोरोना बेकाबू हो गया है और मरीजों के इलाज में ऑक्सीजन की कमी जानलेवा साबित हो सकती है.
महाराष्ट्र में कैसी है कोरोना की स्थिति?
महाराष्ट्र में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 60,212 नये मामले सामने आए और 281 लोगों की मौत हो गई. महाराष्ट्र में अभी कोविड-19 के 5,93,042 मरीजों का इलाज चल रहा है. मुंबई में 7,873 नये मामले सामने आये और 27 मरीजों की मौत हो गई है. मंगलवार को 31,624 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई. इसके साथ ही अब तक कुल 28,66,097 मरीज इस रोग से उबर चुके हैं.
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