नई दिल्ली: बीएमसी चुनाव से पहले शिवसेना प्रमुख ने बड़ा एलान किया है. उद्धव ठाकरे ने एलान किया है कि सत्ता में आने पर मुंबई में रहनेवाले लोग जिनके पास 500 स्केअर फुट तक के घर हैं उनका प्रॉपर्टी टैक्स माफ किया जायेगा।


इसके अलावा 700 स्केअर फिट तक के घर मालिकों को प्रॉपर्टी टैक्स में छुट दी जायेगी. उद्धव ठाकरे ने एक और एलान करते हुए कहा कि मुंबई में जो लोग सरकारी स्वास्थ योजनाओं से वंचित हैं उन्हे मुफ्त में इलाज मिलेगा.


आपको बता दें कि इस बार बीएमसी चुनाव के लिए बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन नहीं हो पाया है. शिवसेना और बीजेपी अलग अलग चुनाव लड़ रहे हैं.


महाराष्ट्र में मुंबई समेत सभी दस महानगर पालिकाओं के लिए 21 फरवरी को चुनाव होगा और 23 फरवरी को वोटों की होगी गिनती. इसके साथ ही 25 जिला परिषदों और पंचायत समितियों के भी चुनाव होंगे. इन सबके बीच सबसे ज्यादा नजर बीएमसी चुनावों पर होगी.


नॉर्थ ईस्ट के चार राज्यों से ज्यादा है बीएमसी का बजट
बीएमसी पर कब्जा होने का मतलब है देश की आर्थिक राजधानी पर कब्जा होना. बीएमसी का बजट करीब 37 हजार करोड़ है. इतना बजट तो देश के पंद्रवें बड़े राज्य अरुणाचल प्रदेश का भी नहीं है. मणिपुर का बजट 10500 करोड़ रुपये है जबकि अरुणाचल प्रदेश का बजट 12500 करोड़ रुपये है. मिजोरम का बजट करीब 8000 करोड़ रुपये और सिक्कम का 5800 करोड़ रुपये है. नार्थ ईस्ट के इन चारों राज्यों को भी मिला दें तो मुंबई की बीएमसी का बजट इनसे ज्यादा है.


क्यों अहम हैं इस बार चुनाव
कांग्रेस के लिए ये चुनाव नाक बचाने की तरह है. लोकसभा में हार, विधानसभा में हार के सिलसिले को कांग्रेस 20 साल बाद बीएमसी में जीत से खत्म करना चाहेगी. परीक्षा राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की भी है. इस समय बीएमसी मे शिवसेना-बीजेपी गठबंधन सरकार है. बीएमसी में कुल 227 कॉर्पोरेटर हैं.


अभी क्या है स्थिति?
शिवेसना के पास 89 कॉर्पोरेटर
बीजेपी के पास 32 कॉर्पोरेटर
कांग्रेस के पास 51 कॉर्पोरेटर
एनसीपी के पास 14 कॉर्पोरेटर
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के पास 28 कॉर्पोरेटर
समाजवादी पार्टी के पास 8 कॉर्पोरेटर
शेतकरी कामगार पक्ष के पास 1 कॉर्पोरेटर
कुल चार निर्दलीय कॉरपोरेट हैं