Udhayanidhi Stalin Sanatana Dharma Remarks: तमिलनाडु सरकार के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बयान के बाद सियासी घमासन शुरू हो गया है. बीजेपी ने इस मुद्दे को उठाते हुए विपक्षी दलों को घेर लिया है. रविवार (3 सितंबर) को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah), बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) समेत पार्टी के अन्य नेताओं ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस (Congress) पर भी सवाल खड़े किए.
1. उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया, और डेंगू से करते हुए कहा था कि ऐसी चीजों का विरोध नहीं करना चाहिए बल्कि नष्ट कर देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सनातनम क्या है? ये संस्कृत भाषा से आया शब्द है. सनातन समानता और सामजिक न्याय के खिलाफ होने के अलावा कुछ नहीं हैं. न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के अनुसार, स्टालिन ने सनातन धर्म को समानता एवं सामाजिक न्याय के खिलाफ बताते हुए कहा कि इसको खत्म किया जाना चाहिए.
2. डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन के इस बयान की आलोचना करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी गठबंधन इंडिया पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि इन लोगों ने वोट बैंक की और तुष्टिकरण की राजनीति करने के लिये सनातन धर्म को समाप्त करने की बात की है. हमारी संस्कृति, हमारे इतिहास और सनातन धर्म का अपमान किया है.
3. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन का कहना है कि सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए. उनका कहना है कि डेंगू और मलेरिया की तरह सनातन धर्म को भी खत्म कर देना चाहिए. उन्हें ऐसे बयान देने में कोई झिझक नहीं है. क्या उदयनिधि का बयान इंडिया गठबंधन की राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है. जहां एक तरफ हम भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में लगे हैं, वहीं ये घमंडिया गठबंधन हमारी संस्कृति, धर्म, और संस्कारों पर गहरा आघात करने का प्रयास कर रहा है.
4. इंडिया गठबंधन को घेरते हुए बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि उदयनिधि स्टालिन के बयान से मोहब्बत की दुकानदार का असली किरदार अब पूरी तरह उजागर हो गया है. ये कोई आइसोलेशन में दिया गया बयान नहीं है. मुंबई में इंडिया गठबंधन की बैठक के ठीक 24 घंटे बाद उन्होंने यह बयान दिया. इस पर अच्छी तरह से विचार किया गया था. मैं पूछना चाहता हूं कि उदयनिधि को यह पेपर किसने लिखकर दिया था? इसमें इंडिया गठबंधन की क्या भूमिका है.
5. उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी पर सफाई देते हुए डीएमके के संयुक्त सचिव और प्रवक्ता सरवनन अन्नादुरई ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से कहा कि हमारे नेता उदयनिधि के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है, संदर्भ से बाहर कर दिया गया है और सबसे बड़े फर्जी समाचार विक्रेता ने एक ट्वीट किया है कि उदयनिधि स्टालिन ने नरसंहार के लिए कहा था. वे (बीजेपी नेता) कैसे कह सकते हैं कि उदयनिधि स्टालिन ने नरसंहार का आह्वान किया है? वह एक फर्जी खबर है, वह घृणास्पद भाषण है.
6. उदयनिधि स्टालिन ने भी इस बयान पर विवाद बढ़ने के बाद सफाई दी. उन्होंने रविवार को एक्स पर पोस्ट कर कहा कि मैंने सनातन धर्म का अनुपालन करने वाले लोगों के जनसंहार का कभी आह्वान नहीं किया. मैं फिर से कह रहा हूं कि मैंने केवल सनातन धर्म की आलोचना की है और सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए. ये बात मैं लगातार बोलूंगा. बीजेपी मेरे बयान को तोड़-मरोड़कर पेश कर रही है और फर्जी खबरें फैला रही है. ये उनका रोज का काम है.
7. तमिलनाडु के मंत्री ने आगे कहा कि जब पीएम मोदी कहते हैं 'कांग्रेस मुक्त भारत', तो क्या इसका मतलब यह है कि कांग्रेसियों को मार दिया जाना चाहिए? बीजेपी इंडिया गठबंधन की मीटिंग से डर गई है. वे मेरे खिलाफ जो भी केस दायर करेंगे मैं उसका सामना करने के लिए तैयार हूं. डीएमके की नीति एक कुल, एक भगवान है.
8. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत के संविधान की शपथ लेने वाले मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने 'मच्छरों की तरह' संतान धर्म के उन्मूलन का आह्वान किया गया. वहीं मंच पर, बिना किसी विरोध के सुन रहे तमिलनाडु के हिंदू धार्मिक और धर्मार्थ बंदोबस्ती मंत्री पी.के. शेखर बाबू कहते हैं कि गठबंधन का उद्देश्य सनातन धर्म को नष्ट करना है. I.N.D.I.A गठबंधन हिंदुओं के खिलाफ है.
9. तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने कहा कि सनातन धर्म शब्द ईसाई धर्म या इस्लामिक धर्म आने से पहले भी था. सनातन धर्म का अर्थ है शाश्वत, कालातीत धर्म. ये लंबे समय से है. उदयनिधि ने जो कहा, उसकी देश के 142 करोड़ लोगों को निंदा करनी चाहिए क्योंकि एक विशेष धर्म के प्रति नफरत सामने आई. वह एक पाठ से भाषण पढ़ रहे थे, जिसे सचेत रूप से तैयार किया गया था. किसी विशेष संस्कृति के उन्मूलन को नरसंहार कहा जाता है. सनातन धर्म को समाप्त करने वाले उदयनिधि स्टालिन कौन हैं?
10. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने विपक्षी गठबंधन इंडिया पर निशाना साधा और कहा कि विपक्षी गठबंधन का महज नाम बदलने से भारत और उसकी समृद्ध संस्कृति के प्रति उसके मन में मौजूद नफरत को छुपाया नहीं जा सकता. ये आश्चर्य की बात नहीं है कि द्रमुक या घमंडिया गठबंधन की कोई अन्य पार्टी हिंदुओं और सनातन धर्म के खिलाफ इस हद तक नफरत रखती है कि इसकी तुलना 'डेंगू' और 'मलेरिया' से कर रही है और दूसरों को सनातन धर्म को खत्म करने के लिए उकसा रही है.