KarunaNidhi Atheist Remark: तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि के सनातन धर्म पर टिप्पणी को लेकर देशभर में चर्चा है. आज उनके खिलाफ 262 बड़ी हस्तियों ने चीफ जस्टिस को चिट्ठी लिखी है. उदयनिधि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि के पोते हैं.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक,मुथुवेल करुणानिधि न केवल तमिल में अपनी महारथ और राजनीतिक कौशल के लिए जाने जाते थे, बल्कि अपनी मुखर नास्तिकता के लिए भी जाने जाते थे. उन्होंने भगवान को लेकर कई टिप्पणियां की थीं. एक बार उन्होंने पूछा था कि हिंदू भगवान राम ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई कहां से की थी और इसके साथ ही वह उस सेतु का सबूत मांग रहे थे, जिसके बारे में हिंदुओं का मानना है कि इससे भगवान राम ने रावण की लंका तक की यात्रा की थी.
रिपोर्ट के मुताबिक करुणानिधि ने एक बार कहा था कि रामायण के लेखक वाल्मिकी ने महाकाव्य के नायक (राम) को "शराबी" कहा था. हालांकि सवाल ये उठता है कि क्या करुणानिधि के ऐसे बयानों से कभी तूल पकड़ा राजनीतिक विशलेषक टी एस सुधीर ने इंडिया टुडे से बताया कि यह कहना मुश्किल है कि क्या यह व्यक्तिगत स्तर (करुणानिधि के) पर हुआ, लेकिन इससे डीएमके की नास्तिकता में कमी आई है.
क्या बदला ?
टीएस सुधीर का कहना है कि भगवान विरोधी, ब्राह्मणवाद विरोधी और हिंदी विरोधी नारे आज उतने मोहक नहीं हैं, जितने 1950 या 1960 के दशक में थे. वह बताते हैं, ''करुणानिधि ने जो कहा था, डीएमके उस पर कायम रहने की कोशिश करेगी'', लेकिन यह देखना बाकी है कि क्या वे इसे उसी दृढ़ विश्वास के साथ करते हैं. इसके साथ ही टीएस सुधीर भविष्य की बात करते हुए कहते हैं कि समय बताएगा कि युवाओं के बीच ऐसी सोच कारगर है या नहीं.
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