Sanatana Dharma Remark Row: बीते हफ्ते शनिवार (2 सितंबर) को डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म मिटाने की बात की थी. डीएमके भी इंडिया गठबंधन का हिस्सा है. वीडियो वायरल होने के बाद उदयनिधि की चौतरफा आलोचना हो रही है. ऐसे में उद्धव बाला साहब ठाकरे शिवसेना ने जहां उदयनिधि की आलोचना की है तो वहीं कांग्रेस ने उनके बयान से किनारा कर लिया है, तो वहीं तमिलनाडु के सीएम अपने बेटे के बचाव में सामने आए हैं.
यूबीटी शिवसेना के नेता संजय राउत ने कहा, उदयनिधि स्टालिन मंत्री हैं और उनके बयान का कोई भी समर्थन नहीं करेगा. उनको ऐसे बयान देने से बचना चाहिए. इंडिया गठबंधन में बहुत सी पार्टियां हैं, डीएमके भी उसमें एक पार्टी है. ये उनका अपना मत हो सकता है लेकिन जिस देश में 90 करोड़ से ज्यादा हिंदू रहते हैं वहां ऐसे बयानों से लोगों की भावनाएं आहत होती है. आप 90 करोड़ लोगों की भावना आहत नहीं कर सकते हैं.
उदयनिधि के बयान से कांग्रेस ने किया किनारा
उदयनिधि के बयान से कांग्रेस ने भी किनारा कर लिया. कांग्रेस ने एक बयान जारी कर कहा कि कांग्रेस ने हमेशा सर्वधर्म समभाव [सांप्रदायिक सौहार्द] में विश्वास किया है, जिसमें हर धर्म, हर आस्था का अपना स्थान है. कोई भी किसी विशेष आस्था को किसी अन्य आस्था से कमतर नहीं मान सकता. न तो संविधान इसकी इजाजत देता है और न ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ऐसी टिप्पणियों में विश्वास करती है.
बेटे के बचाव में उतरे तमिलनाडु के सीएम
तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने एक बयान जारी करके कहा कि बीजेपी उनके बेटे के बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रही है. उन्होंने कहा, उदय ने सनातन धर्म में व्याप्त बुराइयों को खत्म करने की बात की थी. क्योंकि हमारा मानना है कि सनातन धर्म में पिछड़ी जातियों, दलितों और महिलाओं के साथ बहुत अत्याचार होते हैं. उनका उद्देश्य किसी धर्म विशेष को नुकसान पहुंचाना नहीं था.