यूजीसी-नेट परीक्षा (UGC-NET Exam 2024) रद्द होने के बाद से कांग्रेस केंद्र सरकार पर हमलावर हो गई है. गुरुवार (20 जून, 2024) को कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि मोदी सरकार लीक और फ्रॉड के बिना कोई परीक्षा आयोजित नहीं कर सकती.


मेडिकल में प्रवेश के लिए होने वाली राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा- स्नातक 2024 (NEET-UG Exam 2024) में अनियमितताओं के आरोपों को लेकर उपजे विवाद के बीच शिक्षा मंत्रालय यूजीसी-नेट की परीक्षा रद्द कर दी. यह परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) करवाता है. एनटीए पहले ही नीट परीक्षा के पेपर लीक मामले में विवादों में है.  20 जून को यूजीसी-नेट की परीक्षा होनी थी, लेकिन उससे एक दिन पहले ही बुधवार (19 जून, 2024) की रात को एग्जाम रद्द करने का आदेश दिया गया. मामले को गहन जांच के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को सौंपा गया है.


कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, 'नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री हर साल परीक्षा पे चर्चा नाम से एक भव्य तमाशा करते हैं. मगर, उनकी सरकार लीक और फ्रॉड के बिना कोई भी परीक्षा आयोजित नहीं कर सकती.'


उन्होंने कहा, 'नीट-स्नातक 2024 परीक्षा को लेकर बेहद गंभीर सवाल खड़े हुए हैं. शिक्षा मंत्री को भी इन्हें स्वीकार करने के लिए मजबूर होना पड़ा है। एनटीए की ईमानदारी गंभीर संदेह के घेरे में है.'


रमेश ने कहा, 'अब परसों (मंगलवार) ही आयोजित हुई यूजीसी-नेट परीक्षा को कल रात रद्द कर दिया गया. दरअसल नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री की सरकार ही भारत की शिक्षा प्रणाली के लिए विनाशकारी रही है.'


उन्होंने दावा किया कि 2020 की नई शिक्षा नीति, भारत की शिक्षा प्रणाली को भविष्य के लिए तैयार करने के बजाय, केवल नागपुर शिक्षा नीति 2020 के रूप में कार्य करती है. कांग्रेस महासचिव ने तंज कसते हुए कहा, 'यही, एन्टायर पॉलीटिकल साइंस में एमए की विरासत है. क्या वह कभी लीक पे चर्चा करेंगे?'


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