उज्जैन: उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी विकास दुबे को आज सुबह मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया. उत्तर प्रदेश पुलिस को उसकी छह दिनों से तलाश थी.
गिरफ्तारी के बाद अब विपक्षी पार्टियां सवाल उठा रही है कि विकास दुबे को गिरफ्तार नहीं किया गया है, उसने सरेंडर किया है. वहीं पुलिस का दावा है कि उसे गिरफ्तार किया गया है.
मंदिर की सुरक्षा अधिकारी रुबी यादव ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में विकास दुबे की गिरफ्तारी की पूरी कहानी बतायी. उन्होंने कहा, ''हमें यह नहीं लगता है कि वो (विकास दुबे) सरेंडर करने के लिए आया था. उसने आईडी कार्ड भी झूठी बताई, अपना नाम भी गलत बताया. हुलिया भी बदला हुआ था. ऐसा बिल्कुल नहीं लगता है कि सरेंडर करने के लिए आया था. काफी देर तक पहचान छुपाता रहा. जब हमने उसपर दबाव डाला तब जाकर उसने अपने असल पहचान बताई.''
रुबी यादव ने कहा, ''जब हमने उसे (विकास दुबे) पकड़ा तो उसने बंटी-बंटी की आवाज लगाई. तब यह यकीन हो गया कि वह अकेला नहीं आया है यहां. विकास दुबे ने पूछताछ के दौरान बताया कि बोलेरो गाड़ी से आया था, ड्राइवर था. मंदिर आने से पहले शिप्रा गया था, जहां उसने स्नान किया था.''
उन्होंने कहा, ''जब हमने उसे (विकास दुबे) को पकड़ा तो वह डर गया. तब उसकी आंखों में आंसू आ गए लेकिन उसे किसी प्रकार का पछतावा नहीं था. बहुत ज्यादा उग्र था.''