नई दिल्ली: पिछले साल शुरु हुई मोदी सरकार की सबसे महत्वकांक्षी योजना प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत अब तक दो करोड़ 20 लाख परिवारों को एलपीजी कनेक्शन मिल चुका है. इस योजना के तहत तीन साल में आर्थिक रुपए से कमजोर पांच करोड़ परिवारों को एलपीजी कनेक्शन देना है. मोदी सरकार का दावा है की सिर्फ एक साल में इस योजना में 40 फिसदी परिवारों को कनेक्शन दे दिया गया है.
पिछले साल एक मई को मोदी सरकार ने उत्तरप्रदेश के बलिया से अपनी सबसे महत्वकांक्षी योजना प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की शुरआत की थी. इस योजना का मक्सद था आर्थिक रुप से कमजोर परिवारों को एलपीजी कनेक्शन देना.
अगले तीन साल में पांच करोड़ परिवरों को एलपीजी देने का फैसला
सरकार ने इस योजना के तहत अगले तीन साल में पांच करोड़ आर्थिक रुप से कमजोर परिवरों को एलपीजी देने का फैसला किया है. इसके लिए बकायदा आठ हजार करोड़ रुपए का बजट भी रखा गया और आज एक साल बाद इस उज्जवला योजना के तहत दो करोड़ 20 लाख परिवरों को एलपीजी कनेक्शन दे दिया गया है.
उज्जवला योजना के तहत पहले साल में एक करोड़ 50 लाख परिवारों को एलपीजी कनेक्शन देने का टारगेट रखा गया था, लेकिन मोदी सरकार ने पिछले एक साल में इस टारगेट से 70 लाख ज्यादा परिवारों को कनेक्शन मुह्या कराया है. यानी टारगेट से ज्यादा. उज्जवाला योजना के लिए समाजिक आर्थिक जाति जनगनणा 2011 के आकंडो के आधार पर लाभर्थियों की पहचान की गई है.
- 16 राज्यों में कुल 8 करोड़ 52 लाख 39 हजार 659 परिवारों की पहचान की गई.
- पिछले एक साल में इन परिवारों में से 2 करोड़ 20 लाख परिवारों को एलपीजी कनेक्शन दे दिए गए.
- हर परिवार को 1600 रुपए में एलपीजी कनेक्शन दिया गया, इस हिसाब से अब तक इस योजना में करीब 3500 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं.
- उज्जवला योजना के तहत जिन 16 राज्यों में सबसे ज्यादा एलपीजी कनेक्शन दिया गया उसमें टॉप पांच राज्यों की बात करें तो वो हैं पंजाब, हरियाणा, आंध्रा प्रदेश, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर.
- उज्जवला योजना में पीछे रहने वाले राज्यों की बात करें तो झारखंड, ओडिशा, छतीसगढ़, बिहार और गुजरात है जंहा उज्जवाल योजना की रफ्तार थोडी धीमी है.
इस योजना को केंद्र सरकार जल्द उत्तर पूर्व के राज्यों में शुरु करेगी, वहां आधार की दिक्कत थी जिस वजह से इस में देरी हो रही थी, लेकिन इसी महिने को असम से इसकी शुरआत होगी.
एक साल में 10 फिसदी एलपीजी कनेक्शन बढे
वहीं, पिछले एक साल में तीन करोड़ 25 लाख नए कनेक्शन दिए गए, जिसमें दो करोड़ 20 लाख उज्जवला योजना के तहत दिए गए और बाकी एक करोड़ पांच लाख कनेक्शन सामन्य तौर पर दिए गए. सरकार का दावा है की पिछले एक साल में 10 फिसदी एलपीजी कनेक्शन बढे हैं. वहीं पिछले तीन साल में छह करोड़ कनेक्शन दिए गए हैं.
उज्जवला योजना के लिए सरकार ने खास तौर पर एक हैल्पलाइन शुरु की है जिस पर योजना से जुडी जानकारी और शिकायत की जा सकती है. अब तक इस हैल्पलाइन पर 205491 कॉल्स आ चुकी है जिसमें ज्यादातर कॉल्स कनेक्शन के लिए थे. वहीं सिर्फ 1428 कॉल्स प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की शिकायत के लिए थे.