लंदन: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद बने हालातों के बीच ब्रिटिश सरकार ने भारत और पाकिस्तान से कहा है कि वे कूटनीतिक समाधान की दिशा में बढ़ें. ब्रिटेन के विदेश और राष्ट्रमंडल कार्यालय (एफसीओ) ने एक बयान में कहा कि ब्रिटिश विदेश मंत्री जर्मी हंट ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी से सोमवार को टेलीफोन पर बातचीत की थी. इससे पहले चीन ने भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने का आह्वान किया और नई दिल्ली से आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई अंतरराष्ट्रीय सहयोग के जरिए जारी रखने को कहा.
भारतीय युद्धक विमानों द्वारा नियंत्रण रेखा पार कर पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े शिविर पर हमला होने से कुछ घंटों पहले एफसीओ ने कहा, ''उन्होंने पाकिस्तान और भारत को संबंधों में सुधार करने और कूटनीतिक समाधान तलाशने के लिये प्रोत्साहित किया जिससे क्षेत्र में ज्यादा स्थायित्व और विश्वास बने.''
इसमें कहा गया कि हंट ने पुलवामा आतंकी हमले की निंदा की और इससे प्रभावित हुए लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की. एफसीओ का यह बयान ऐसे समय आया है जब 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद तनाव काफी बढ़ा हुआ है. इस आत्मघाती आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.
एफसीओ ने कहा कि ब्रिटेन के मंत्री ने भारत और पाकिस्तान के अपने समकक्षों से दोहराया कि ब्रिटेन, भारत और पाकिस्तान समेत संयुक्त राष्ट्र में अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों के साथ काम करने को लेकर प्रतिबद्ध है जिससे यह सुनिश्चित हो कि हमले के लिये जिम्मेदार लोगों को उनके अंजाम तक पहुंचाया जाए.
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